केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि दुनिया का सबसे उन्नत सेमीकंडक्टर उद्योग असम में मां कामाख्या देवी की पवित्र भूमि पर स्थापित किया जा रहा है। यह भारत का सबसे बड़ा सेमीकंडक्टर प्लांट होगा। इस पहल की नींव प्रधानमंत्री के “अष्ट लक्ष्मी” राज्यों को विकसित करने की सोच में छिपी है। वैष्णव ने सेमीकंडक्टर प्लांट के निर्माण के लिए जरूरी इकोसिस्टम की समीक्षा से संतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि यहां लगभग 40,000 कर्मचारी काम करेंगे। उनके लिए आवास सुविधाएं और एक संपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक सिटी की योजना बनाई जा रही है। यह देखकर खुशी है कि प्लांट का निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है।
चीन, ताइवान पर खत्म होगी निर्भरता
भारत को अभी तक मोबाइल और ऑटो इंडस्ट्री में इस्तेमाल होने वाले सेमीकंडक्टर के लिए चीन, ताइवान जैसे देशों पर निर्भर रहना पड़ता है। लेकिन, मोदी सरकार ने देश को सेमीकंडक्टर के मोर्चे पर आत्मनिर्भर बनाने के लिए गुजरात में दो और असम में एक प्लांट के निर्माण की कवायद शुरू की। असम और गुजरात में कुल दो प्लांट टाटा की ओर से लगाए जा रहे हैं।