सिद्धू के नाम लिखे गए पत्र में मालविंदर सिंह ने लिखा कि मैं पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को सुझाव देने के लिए दी गई अपनी सहमति वापस लेता हूं। माली ने अपने पत्र में लिखा कि कांग्रेस के ही कुछ नेताओं द्वारा मेरे खिलाफ नफरती कैंपेन शुरू किए गए। मुझे भविष्य में किसी भी तरह का कोई भी नुकसान होता है तो उसके लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह, विजय इंद्र सिंगला, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी, सुखबीर सिंह बादल, बिक्रमजीत सिंह मजीठिया, बीजेपी के सुभाष शर्मा, आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा और जरनैल सिंह ही जिम्मेदार होंगे।
कांग्रेस ने भी दिया था सिद्धू को सलाहकार हटाने का अल्टीमेटमउल्लेखनीय है कि सिद्धू ने हाल ही में अध्यक्ष बनने के बाद प्यारे लाल गर्ग तथा मालविंदर सिंह माली को अपना सलाहकार नियुक्त किया था। माली लगातार पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह माली के खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे और कश्मीर, पाकिस्तान सहित अन्य मुद्दों पर विवादास्पद बयान दे रहे थे। सिद्धू के दूसरे सलाहकार प्यारे लाल गर्ग ने पाकिस्तान की आलोचना करने के लिए मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की निंदा की थी।
माली के विवादास्पद बयानों को देखते हुए भाजपा तथा आम आदमी पार्टी लगातार कांग्रेस पर हमला कर रही थी। भाजपा के जे.पी. नड्डा ने ट्वीट करते हुए कांग्रेस पर आरोप लगाया कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर गहरा असर डालने वाला है। इसके बाद पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने सिद्धू को अल्टीमेटम दिया था कि वह उन्हें बर्खास्त कर दें। रावत ने यह भी कहा था कि यदि सिद्धू ने उन्हें नहीं हटाया तो वह खुद ऐसा करेंगे।