पहले दिल्ली बचाइए और फिर बंगाल आइए: ममता
तृणमूल कांग्रेस ( Trinmool congress ) प्रमुख ने हुगली में ही एक चुनावी रैली में कहा कि कल (सोमवार को) उन्होंने कहा कि मेरे 40 विधायक उनके संपर्क में हैं। यह दल-बदल विरोधी कानून के अंतर्गत आता है। वह संवैधानिक पद पर रहते हुए असंवैधानिक बातें कहते हैं। क्या उन्हें कोई शर्म नहीं है? वह संविधान का उल्लंघन कर रहे हैं और उन्हें प्रधानमंत्री बने रहने का कोई हक नहीं है। उनकी उम्मीदवारी रद्द होनी चाहिए। पहले दिल्ली बचाइए और फिर बंगाल के विधायकों को खरीदने की कोशिश कीजिए। इसका कोई फायदा नहीं होगा। अगर वह सभी विधायक भी खरीद लेते हैं, तब भी हमारी सरकार नहीं गिरेगी।
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बीजेपी दंगों वाली पार्टी: ममता
बनर्जी ने यह भी कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मोदी और उनकी पार्टी क्या करती है। उन्होंने कहा कि इस बात की उम्मीद मत कीजिए कि बंगाल के लोग बीजेपी को यहां सत्ता में आने देंगे। वे जानते हैं कि बीजेपी एक दंगों के लिए उकसाने वाली ताकत है, जो लोगों को बांटना चाहती है।
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क्या कहा था मोदी ने?
बता दें कि पीएम मोदी ने सोमवार को एक रैली में कहा था कि तृणमूल के 40 विधायक उनके समर्थन में हैं और लोकसभा चुनाव के नतीजे आ जाने के बाद वे बीजेपी में शामिल हो जाएंगे।
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आयोग से पीएम मोदी की शिकायत
वहीं दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग से भी पीएम मोदी की शिकायत की है। टीएमसी ने आयोग से पत्र लिखकर नरेंद्र मोदी की उम्मीदवारी रद्द करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मोदी का बयान हॉर्स ट्रेडिंग को बढ़ावा देने वाला है।
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