वायरल ऑडियो में उमेश कट्टी को किसान संघ के एक सदस्य को यह कहते सुना गया है कि बेहतर है कि तुम मर जाओ। विपक्षी नेताओं ने मंत्री से माफी की मांग की है। वहीं मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने मंत्री के इस कथित ऑडियो वाले बयान को लेकर खेद व्यक्त किया है और जांच की बात कही है।
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कोरोना के आंकड़ों को लेकर CM खट्टर का चौंकाने वाला बयान- शोर मचाने से मरे हुए लोग वापस नहीं आएंगे मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक किसान ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली ( PDS ) के जरिए दिए जा रहे चावल की मात्रा 5 किलो से घटाकर 2 किलो किए जाने को लेकर मंत्री को फोन किया था। किसान ने कहा कि पिछले एक साल से महामारी के कारण आजीविका चलाने के लिए यह यह पर्याप्त नहीं है।
मंत्री को यह कहते हुए सुना गया कि अधिक खाद्यान्न वितरित किया जाएगा, क्योंकि केंद्र सरकार ने कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए मौजूदा प्रतिबंधों के मद्देनजर अगले दो महीनों के लिए और अधिक आपूर्ति का आश्वासन दिया है।
इस पर किसान ने मंत्री से पूछा कि वह कब आ रहा है? जिसके बारे में कट्टी ने अगले महीने आने को कहा। जब किसान ने कहा कि तब तक वे कैसे प्रबंधन करेंगे और पूछा क्या हम मर जाएं? इस पर मंत्री ने जवाब दिया बेहतर है कि तुम मर जाओ।
यह भी पढ़ेंः SII के सीईओ अदार पूनावाला को दी गई Y श्रेणी की सुरक्षा, गृह मंत्रालय ने जारी किए आदेश फिर दी अजीब सफाई ऑडियो वायरल होने के बाद सफाई देते हुए मंत्री ने कहा कि किसी को भी इस तरह के सवाल नहीं पूछने चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि वह कहता है कि वह मर जाएगा, तो मैं इसका जवाब कैसे दूं?
अब यदि वह मुझसे ठीक से सवाल पूछते, तो मैं अच्छे से जवाब देता। लेकिन जब उन्होंने पूछा कि क्या उन्हें मरना चाहिए, तो मैं उन्हें क्या बताऊं? वहीं उमेश कट्टी के इस असंवेदनशील बयान को लेकर विरोध शुरू हो गया है। कांग्रेस ने मंत्री से माफी की मांग की है।