लोकसभा-राज्यसभा में हंगामा
मंगलवार को लोकसभा में कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कर्नाटक में जारी सियासी संकट पर बोलते हुए कहा कि कानून विरोधी राजनीति को हमेशा के लिए छोड़ देना चाहिए। वहीं राज्यसभा में कांग्रेस सांसद नियम 267 के तहत बहस की मांग करते हुए वेल तक पहुंच गए। कांग्रेस सांसदा के हंगामे की वजह से पहले राज्यसभा की कार्यवाही को दो बजे तक स्थागित किया। दो बजे बाद कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस सदस्यों की ओर से हंगामा मचाने पर सदन को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया।
गुलाम नबी आजाद बोले, BJP रेस्तरां और बार में बनाती हैं मुख्यमंत्री
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि कर्नाटक संकट के पीछे भाजपा का हाथ है। उन्होंने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि बीएस येदियुरप्पा का निजी सचिव भी बागी विधायकों के साथ था जहाज में है। भाजपा बार और रेस्तरां में मुख्यमंत्री बनाती है। भाजपा मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में भी ऐसा कर चुकी है।
बीके हरिप्रसाद ने नियम 267 के तहत चर्चा की मांग की
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बीके हरिप्रसाद ने कर्नाटक संकट को लेकर राज्यसभा में कांग्रेस द्वारा किए गए हंगामे पर कहा कि यह सब पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के निर्देशों पर हो रहा है। पीयूष गोयल मुंबई में बैठकर इस साज़िश को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने राज्यसभा में नियम 267 के अंतर्गत चर्चा की मांग की थी।
सोनिया ने आजाद और हरिप्रसाद को दी सरकार बचाने की जिम्मेदारी
कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस सरकार पर मंडराते खतरे को देखते हुए कांग्रेस आलाकमान भी अब इस मामले में सक्रिय हो गया है। यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी नेता गुलाम नबी आजाद और बीके हरिप्रसाद को कर्नाटक भेजने का फैसला किया है।
कांग्रेस का अंदरुनी मामला
इसके जवाब में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि कर्नाटक में जो कुछ हो रहा है, वह कांग्रेस के अपने घर का मामला है। लेकिन ये अपने घर को संभाल नहीं पा रहे हैं, बल्कि संसद के इस निचले सदन को डिस्टर्ब करने की कोशिश कर रहे हैं।
नाकामियों के लिए भाजपा को दोषी ठहराया कांग्रेस का स्वभाव
वहीं केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कर्नाटक के मौजूदा राजनैतिक हालात को लेकर कहा कि यह कांग्रेस का स्वभाव बन गया है कि अपनी नाकामियों के लिए वे किसी पर भी आरोप लगा देते हैं। उनके विधायकों ने अपने इस्तीफे गवर्नर को सौंप दिए हैं। हम हालात पर नज़र रखे हुए हैं और उन्हीं के आधार पर फैसला करेंगे।