होटल संचालक के द्वारा मिली जानकारी के बाद डीएम ने तारा जोशी को वन स्टॉप सेंटर भिजवा दिया। उसके बाद इस बात की जानकारी उज्जैन शहर से 14 किलोमीटर दूर स्थित सेवाधाम आश्रम को मिली। सेवाधाम आश्रम के संचालक सुधीर गोयल वन स्टॉप सेंटर से तारा जोशी को अपने आश्रम ले गए। तारा जोशी अप्रैल 2019 से सेवाधाम आश्रम में ही रह रही थीं।
अविनाश जोशी का नंबर ढूंढा
तारा जोशी को आश्रम में लाकर में संचालकों ने इनके बेटे अविनाश जोशी का पता लगाना शुरू किया। आश्रम के लोगों को अविनाश जोशी का मोबाइल नंबर मिल गया। अविनाश से जब आश्रम के लोगों ने संपर्क किया तो उन्होंने तुरंत आने में असमर्थतता जताई और अपनी मजबूरियां बताई और कहा कि मैं कुछ महीने बाद आ पाऊंगा। लेकिन आश्रम के लोग लगातार अविनाश के संपर्क में रहें।
आखिरका अविनाश जोशी ढाई महीने बाद अपनी मां को लेने उज्जैन स्थित सेवाधाम आश्रम पहुंचे। बेटे को आंखों के सामने देख मां तारा जोशी लिपटकर रो पड़ीं। उन्होंने बेटे से पूछीं कि मुझे छोड़कर क्यों चला गया था। मां की यह बात सुन अविनाश की आंखें भी नम हो गईं। फिर फफकते हुए बोला- कुछ मजबूरियां थीं मां, अब तुम्हारे साथ ही रहूंगा।
आश्रम के लोगों ने बताया कि बेटे को देख तारा जोशी की खुशी का ठिकाना नहीं था। आईपीएस बेटे अविनाश जोशी को गले लगाकर वह कहने लगी कि मुझे विश्वास था मेरा बेटा एक दिन जरूर आएगा, मेरा रत्न मुझे मिल गया जिसे मैं भगवान से भी अधिक प्यार करती हूं।
2004 बैच के हैं IPS
अविनाश जोशी 2004 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वे गुजरात कैडर के अधिकारी हैं। वे निलंबित होने की वजह से कुछ दिनों से परेशान चल रहे थे। अविनाश की अभी तक शादी नहीं हुई है। अविनाश ने मीडिया से कहा कि जिंदगी में सब अपने हाथ में नहीं होता। कुछ व्यक्तिगत मजबूरियां की वजह से मां को छोड़कर जाना पड़ा। मेरी मां ने मुझे बहुत अच्छी परवरिश दी है।
वहीं, अविनाश जोशी अपनी मां तारा जोशी को साथ में दिल्ली ले गए। मां-बेटे की कुछ द्रवित करने देने वाली तस्वीरें आश्रम ने शेयर की है। आश्रम के लोगों ने दोनों को मिष्ठान खिलाकर और उपहार देकर यहां से विदा किया। साथ ही फिर से पुत्र के साथ मां का पुनर्वास किया।