अपने चार पन्नों के जवाब में अलपन बंद्योपाध्य ने कहा है कि उन्होंने जो भी किया है मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देशानुसार किया है। सचिवालय के एक उच्च पदस्थ अधिकारी के मुताबिक, बंद्योपाध्याय ने अपने जवाब में कहा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश के अनुसार वह पूर्व मेदिनीपुर जिले में एक लोकप्रिय समुद्री रिसॉर्ट शहर दीघा में चक्रवात यास की समीक्षा के लिए बैठक छोड़कर गए थे।
बंगाल के मुख्य सचिव बंद्योपाध्याय सेवानिवृत्त, सीएम ममता बनर्जी के मुख्य सलाहकार के रूप में नियुक्त
ऐसे में अब संभावना जताई जा रही है कि केंद्र और बंगाल सरकार के बीच तकरार बढ़ सकती है। केंद्र के सूत्रों के मुताबिक, जवाब का अध्ययन किया जाएगा और अगर जरूरत पड़ी तो आगे की कार्रवाई तय करने से पहले कानूनी राय ली जाएगी। केंद्र सरकार की ओर से डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के सेक्शन 51 (B) के तहत नोटिस जारी किया गया है और बंद्योपाध्याय से ये पूछा गया कि उनके खिलाफ क्यों ना एक्शन लिया जाए, इसका कारण तीन दिनों में बताएं।
बता दें कि 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चक्रवात यास की समीक्षा बैठक से अलपन बंद्योपाध्याय के अनुपस्थित रहने को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 31 मई को केंद्र और ममता बनर्जी सरकार में रस्साकशी के बीच उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था। आपदा प्रबंधन अधिनियम में नियम का पालन न करने पर दो साल तक की कैद की सजा का प्रावधान है।
अलपन बंद्योपाध्याय ममता बनर्जी के मुख्य सलाहकार नियुक्त
बता दें कि अलपन बंद्योपाध्याय को लेकर केंद्र सरकार पीएम मोदी के समीक्षा बैठक में शामिल नहीं होने से पहले ही कड़ा रुख अपनाया है। चूंकि केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय ने पहले अलपन को दिल्ली बुलाया था, लेकिन ममता बनर्जी के कहने पर वे दिल्ली नहीं आए।
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वहीं, पिछले मंगलवार को भी अलपन से केंद्र सरकार ने नॉर्थ ब्लॉक में रिपोर्ट करने को कहा था, लेकिन उन्होंने नहीं किया। दूसरी तरफ, अलपन ने रिटायरमेंट ले ली और फिर ममता बनर्जी ने उन्हें मुख्य सलाहकार के तौर पर नियुक्त कर लिया है।