प्रशांत किशोर ने मीडिया के सामने कहा कि राज्य में आज भी शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे क्षेत्र की स्थिति खराब है। पीके ने केंद्र सरकार के आंकड़े के संदर्भ को सामने रखते हुए कहा कि बिहार में पिछड़ेपन का क्या कारण है। बिहार अगर आने वाले समय में अग्रणी राज्यों की सूची में आना चाहता है तो इसके लिए नई सोच और नए प्रयास की जरूरत है।
आज पत्रकारों ने जब सीएम नीतीश कुमार से प्रशांत किशोर द्वारा कहे गए बयान पर सवाल किया, जिसका उन्होंन बड़े ही सधे शब्दों में जवाब देते हुए कहा, “लोगों को पता है कि क्या किया है और क्या नहीं किया। कौन क्या बोलता है, इसका महत्व नहीं है। सत्य का महत्व है। आप सभी जानते हैं क्या हुआ, क्या नहीं तो आप ही उन्हें जवाब दे दीजिए।”
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) पर भी बड़ा बयान दिया है। गृह मंत्री अमित शाह के CAA लागू करने के बयान पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। हम लोगों को कोविड से बचाने के लिए चिंतित हैं। बाकी CAA पर फैसला तो केंद्र सरकार को लेना है। इसके आगे उन्होंने कहा कि, “हमारा पूरा ध्यान कोरोना से लोगों को बचाने पर है। कोरोना वायरस का संक्रमण एक बार फिर से बढ़ने लगा है।”