AIMIM चीफ ओवैसी ने कहा कि ममता बनर्जी का बयान पक्षपातपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया जानती है कि ममता दीदी की सरकार अल्पसंख्यक तुष्टिकरण की राजनीति पर ही टिकी है। दरअसल, उन्हें खतरा इस बात से है कि कहीं एआईएमआईएम भी बीजेपी की तरह पश्चिम बंगाल में सियासी ताकत न बन जाए। उन्होंने कहा कि ममता दीदी पहले टीएमसी की नीतियों पर गौर फरमाएं। उसके बाद दूसरों को नसीहत दें।
इससे पहले असदुद्दीन ओवैसी ने झारखंड चुनाव को लेकर
पीएम मोदी पर भी निशाना साधा है। AIMIM के ट्वीटर हैंडल से ओवैसी की वीडियो ट्वीटकर लिखा गया है कि कोयला झारखंड का, जमीन झारखंड की और बिजली बांग्लादेश को? आपको इतनी मोहब्बत है बांग्लादेश से की अपने झारखंड के आदिवासियों और किसानों की जमीन छीन ली। बता दें कि ओवैसी की पार्टी भी झारखंड में चुनाव लड़ रही है।
ओवैसी के बहकावे में न आएं बता दें कि सीएम ममता बनर्जी ने एक कार्यक्रम में असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा था कि कुछ नेता लोगों में बंटवारा पैदा कर रहे हैं। ओवैसी की एक पार्टी है जो इसको बढ़ावा दे रही है। ये लोग हैदराबाद से आते हैं और इस इलाके में रैलियां कर रहे हैं। ममता ने कहा कि इस तरह के लोग अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का दावा करते हैं, लेकिन आप इनकी बातों में न आएं।
अल्पसंख्यक समुदाय से अपील करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि मैं आपसे कहती हूं कि इन तरह की सांप्रदायिक ताकतों के बहकावे में न आएं। इसी के साथ उन्होंने कहा कि मैं हिंदू लोगों से भी अपील करती हूं कि वह हिंदू कट्टरपंथी ताकतों के भी बहकावे में न आएं।