यह मामला मोहम्मदपुर थाने क्षेत्र के के मोहम्मदपुर छपरा रोड का हैं। शुक्रवार अहले सुबह पुलिस की पेट्रोलिंग गाड़ी से टक्कर लगने के बाद एक गर्भवती महिला किरण देवी की मौत हो गई। हादसे से गुस्साए लोगों ने पुलिस की गाड़ी में तोड़फोड़ कर एन एच101को जाम कर दिया।मौके से पुलिस वाले तो भाग निकले पर गाड़ी में विदेशी शराब की बोतल और एक जिंदा मुर्गा पकड़ा गया। इससे यह बात लोगों की समझ में आते देर नहीं लगी कि पुलिस वालों ने शराब पी रखी थी। जिंदा मुर्गा लेकर वे और भी जश्न मनाने की हड़बड़ी में जा रहे थे। गोपालगंज एसपी रविरंजन कुमार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
घूस में बकरा लेने का मामला आया था सामने
शराबबंदी और पुलिस के चरित्र को लेकर आए दिन ऐसे वाकये सामने आते रहते हैं जिससे यह देखने को मिला कि बिहार पुलिस पार्टी करने को कितनी उत्सुक रहती हैं। कुछ दिनों पूर्व पटना के कोतवाली थाने में पुलिस वालों ने बकरे से भरे वैन पकडे़। बेगूसराय के दो बकरा व्यवसायी दो वैन में सौ बकरे ले जा रहे थे कि पुलिस के वाहन जांच दस्ते ने उन्हें बकरों के साथ पकड़ लिया।बकरों और उसके व्यापारियों को थाने में रात भर रखने के बाद एक बकरे को थाने में रख सबको छोड़ दिया गया। व्यापारियों से पुलिस वालों ने एक बकरा घूस में छोड़ देने को कहा। इन्हें कहा गया कि थाने में पार्टी मनेगी। यह बात व्यापारियों को नागवार लगी। आला अधिकारियों को मीडिया की मार्फत यह पता चला तब जाकर बकरे को छोड़ा जा सका ।लेकिन जश्न मनाने जा रहे पुलिस वालों की खैर आज तक नहीं ली गयी।
शराब को जब्त कर मालखाने में रखवाने का मामला
ऐसा ही एक वाकया गत वर्ष अरवल थाने में हुआ जब शराब लदे ट्रक को पुलिस ने पकड़ा। पुलिस वालों ने विदेशी शराब की सौ बोतलें थाने के मालखाने में रखवा लिया और बाकी छोड़ दिए। किसी ने डीआईजी को यह खबर फोन पर दे दी। आला अधिकारी छापेमारी को पहुंचे तो मालखाने में रखी शराब देख भौंचक रह गयए ।डांट पड़ी तो थानेदार बहाने बनाने लगा अंततः थानाध्यक्ष पर आला अधिकारियों की गाज गिरी।