दरअसल, बुधवार सुबह कलेक्टर संजय कुमार मिश्र अमानगंज-पवई क्षेत्र के दौरे पर थे, इस दौरान रास्ते में पडऩे वाले ग्राम सप्ताया में सुबह करीब 11.30 बजे विद्यालय में ताले लटके हुए देख दंग रह गए। वहीं पर कई बच्चे पढऩे के लिए भी आए थे, लेकिन वह भी ताला खुलने का इंतजार कर रहे थे। ऐसे में बच्चों को परेशान होता देख कलेक्टर ने तहसीलदार को स्कूल परिसर में रूकने के निर्देश दिए। इसके बाद तहसीलदार पहुंची और उन्होंने गेट के बाहर स्थित सीढिय़ों पर ही बैठकर बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया।
सीढिय़ों पर लगी क्लास कलेक्टर द्वारा विद्यालय में ताले लटके देखने के बाद हेडमास्टर पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। चूंकि भ्रमण दल में कलेक्टर संजय कुमार मिश्र के साथ तहसीलदार अवंतिका तिवारी भी शामिल थी। इसलिए सप्ताया गांव से गुजरने के दौरान उन्होंने मीडिल स्कूल के बाहर यह नजारा देखा, वहां विद्यालय के बाहर करीब एक दर्जन से अधिक बच्चे खड़े थे। इस दौरान कलेक्टर रूके और बच्चों से भी चर्चा की, इसके बाद उन्होंने नाराज होते हुए हैडमास्टर राकेश सेन के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने शिक्षकों के आने तक अमानगंज तहसीलदार को रूकने के निर्देश दिए थे। इस दौरान तहसीलदार ने बिना समय गवाए बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया।
बच्चों को नहीं पता यह मैडम है तहसीलदार विद्यालय पहुंचते ही तहसीलदार अवंतिका तिवारी ने बच्चों से उनकी किताब लेकर पढ़ाना शुरू कर दिया, उन्होंने कुर्सी टेबल की चिंता भी नहीं की, सीधे विद्यालय की सीढिय़ों पर ही पढ़ाने बैठ गई, बच्चे भी अपने बीच में मैडम को देखकर काफी खुश हुए, वे यह तो नहीं जानते थे कि यह मेडम तहसीलदार है या शिक्षिका, लेकिन बच्चों को मेडल नजर आते ही उन्होंने मैडम को चहुं ओर से घेर लिया और पढऩा शुरू कर दिया।