उधर, तापमान में गिरावट से जहां अरावली की वादियों के इर्द-गिर्द व तलहटी में रहने वाले लोग सर्दी से बचाव का जतन करते दिख। जिले के मगरा क्षेत्र में भी कई जगह पर बर्फ की परत जमी। कई जगह पर तो कोहरा भी छाया रहा, जिसके कारण वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इधर, माउंट में तो जलाशय के किनारों, खुले में खड़े वाहनों की छतों, सोलर प्लेटों, पेड़-पौधोंं, उद्यानों, खुले मैदानों व खेतों में खड़ी फसल पर बर्फ की परत जम गई। यहां न्यूनतम तापमान माइनस 1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं अधिकतम तापमान भी आधा डिग्री लुढ़ककर 22.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।
अभी और बढ़ेगी सर्दी
एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश व उसके आस-पास स्थित है। जबकि 22 दिसम्बर से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना है। ऐसा होने पर हिमालय से आने वाली सर्द हवाओं से प्रदेश व क्षेत्र में भी सर्दी का असर बढ़ सकता है।
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अलाव तापे, ऊनी लबादे पहने
सर्दी बढ़ने के साथ ही सुबह व शाम को गांवों के साथ ही शहरी इलाकों में लोग अलाप तापते नजर आने लगे हैं। सुबह जल्दी घरों से निकले लोग ऊनी लबादों में लिपटे नजर आए। इधर, शाम होते ही दूध की कड़ाहियाें की दुकानों पर भीड़ उमड़ने लगी है। वहीं मारवाड़-गोडवाड़ क्षेत्र में हल्दी की गोठों का दौर भी शुरू हो चुका है।