बनाएंगे सुनहरा राजस्थान
अमेरिका के ड्यूश बैंक डायरेक्टर और बीकानेर निवासी पंकज ओझा का कहना है कि राजस्थानी कॉन्क्लेव सकारात्मक पहल है। इसके परिणाम सुखद आएंगे। वे बैंकर है तथा यहां निवेश करने के लिए प्रवासियों को प्रमोट कर रहे हैं। कई प्रवासी यहां निवेश करने जा रहे हैं। जयपुर को दुनिया के नक्शे पर लाने के प्रयास सरकार को करने होंगे। बैंकिंग और सॉफ्टवेयर कंपनियां यहां ज्यादा से ज्यादा आएं, इस पर फोकस करना होगा।
मातृभूमि का कर्ज चुकाने को तैयार
नॉर्दन यूरोप के एस्टोनिया में सॉफ्टवेयर कंपनी के हैड मूलसिंह भाटी सिड्डां का कहना है कि हर कोई प्रवासी अपनी मातृभूमि का कर्ज चुकाने के लिए तैयार है। इसके लिए जितना बन पड़ेगा, सहयोग करेंगे। भविष्य को लेकर वे राजस्थान में संभावनाएं तलाश रहे हैं। वे भी चाहते हैं कि राजस्थान अग्रणी राज्यों में शामिल हो और ऐसी छाप लगे कि दुनियाभर के निवेशक राजस्थान में निवेश करने का सपना संजोए। प्रवासी राजस्थान काफी उत्साहित है।
प्रवासियों की मंशा प्रदेश बने सिरमौर
जांबिया में पावर सेक्टर के कारोबारी नरेन्द्र भाटी अपने प्रदेश की उन्नति को लेकर काफी उत्साहित है। उनका कहना है कि प्रवासी चाहते हैं कि हमारा प्रदेश तेजी से आगे बढ़े। सरकार फोकस करेगी तो नि:संदेह राजस्थान तरक्की करेगा। यहां निवेश करने के लिए प्रवासियों में भरोसा पैदा हुआ है। इसके परिणाम कुछ समय बाद देखने को मिलेंगे। राजस्थान भविष्य का औद्योगिक हब है।
ग्लोबल इमेज बनी हमारी
राजस्थान एसोसिएशन जर्मनी के प्रेसीडेंट राणा हरगोविंदसिंह का कहना है कि राइजिंग राजस्थान अच्छी पहल है। इससे हमारी ग्लोबल इमेज बनी है। प्रवासी राजस्थानी भी अपनी जड़ों से जुड़ रहे हैं। प्रवासियों को भी जानकारी लगी कि राजस्थान में क्या-क्या संभावनाएं हैं। हमारे यहां लैंग्वेज पार्क की आवश्यकता है। इसके लिए मैंने भी राजस्थान सरकार के साथ एमओयू किया है। सरकार को कई सुझाव भी दिए हैं। उम्मीद है बेतहर परिणाम आएंगे।