औसत से कम होगी बारिश
जयपुर मौसम केन्द्र की माने तो जुलाई के दौरान राजस्थान में औसत से कम बारिश होगी। उत्तर-पश्चिम और पश्चिमी राजस्थान में सामान्य से कम बारिश होगी, जबकि पूर्वी राजस्थान में बारिश का आंकड़ा सामान्य रह सकता है। इस बड़ा कारण बिपरजाॅय रहा है। कहा जा रहा है कि जून के दौरान देश में 6 से 19 जून तक बिपरजाॅय की उपस्थिति के चलते राजस्थान में तूफानी बारिश ने कहर ढाया और मेहर भी बरसाई। जिससे मानसून की बारिश का 25 प्रतिशत आंकड़ा तो पूरा हो गया। अब मानसून के दौरान अच्छी बारिश का इंतजार है।
देश में यहां सामान्य से ज्यादा बारिश
मौसम विज्ञान विभाग की माने तो मध्य भारत और आसपास के दक्षिण प्रायद्वीपीय और पूर्वी भारत के अधिकांश क्षेत्रों व उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ क्षेत्रों में सामान्य और सामान्य से अधिक बारिश की संभावना है। वहीं उत्तर-पश्चिम, उत्तर-पूर्व और दक्षिण-पूर्व प्रायद्वीपीय भारत के कई इलाकों में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है।
सामान्य से अधिक रहेगा तापमान
मौसम विज्ञान विभाग की माने तो जुलाई के दौरान अधिकतम तापमान सामान्य और सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। मौसम केन्द्र जयपुर की माने तो राजस्थान में भी अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है। उधर, न्यूनतम तापमान भी सामान्य से अधिक रह सकता है।
पिछले साल जुलाई में जमकर भीगा था राजस्थान
पिछले साल की बात करें तो मानसून कुछ देरी से आया, लेकिन जुलाई के दौरान जमकर बारिश हुई थी। हालात यह थी कि कुछ जिलों में असामान्य बारिश से हालात बिगड़े थे। जबकि इस बार जुलाई में कम बारिश की संभावना जताई जा रही है। पिछली जुलाई के दौरान बारिश के दो दौर हो चुके थे और औसत से कहीं अधिक बारिश दर्ज की गई थी। हालाकि इस बार बिपरजाॅय ने मानसून का आंकड़ा कुछ हद तक पूरा कर दिया है, लेकिन मानसून की बारिश का वास्तविक आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले पीछे रहने की संभावना है।