माहेश्वरी समाज के मगनीराम बांगड़ एवं रामकुंवार बांगड भी बडे दानवीर थे। वहीं स्व. मोहनलाल मोदी ने मात्र 14 वर्ष की आयु में पाली के रेल्वे स्टेशन पर प्याऊ लगाकर सेवा का श्री गणेश कर किया था। इसी तरह समाज के मोहनलाल गुप्ता अजमेर जिले में जन्म लेकर शिक्षा पूर्ण कर महाराजा उम्मेद मिल्स पाली को अपनी कर्म स्थली बनाया। इनकी सकारात्मक सोच से पाली के विकास में बांगड़ घराने का सहयोग मिला। बांगड़ स्कूल, बांगड़ कॉलेज, बांगड़ अस्पताल, बांगड़ धर्मशाला, बांगड़ मंदिर इन्हीं के प्रयासों का नतीजा है। इनके साथ ही माहेश्वरी समाज के लक्ष्मीनारायण भूतड़ा, मिश्रीलाल सारड़ा, गौरूराम तोषनीवाल, सम्पत फोफलिया, बंकटलाल झंवर, जयनारायण सोमानी, हरीप्रसाद सोमानी, मोहनलाल चंडक, प्रवीण सोमानी, राजेश बिड़ला ऐसे नाम है, जो सेवा को तत्पर रहे। वर्तमान में प्रमोद जैथलिया, रवि मोहन भूतड़ा, लक्ष्मीकान्त लाहोटी, विरेन्द्र बाहेती, दिलीप सारड़ा, राधेश्याम राठी, बजरंगलाल हुरकट, गुरूचरण हेड़ा सहित कई समाज बन्धु सेवा के कार्य में निरन्तर कार्यरत है।
कोविड 19 के दौर में भी इस समाज ने सहयोग किया। समाज की प्रेरणा से सारड़ा गम्स एण्ड केमिकल्स और उम्मेद मिल जैसे कई व्यापारिक प्रतिष्ठानों ने प्रशासन को सहयोग प्रदान किया।
-महेश नवमी महोत्सव का आयोजन समाज में नई चेतना एवं ऊर्जा का संचार करता है। माहेश्वरी समाज सेवा कार्यों में हमेशा आगे रहा है और आगे भी रहेगा। –लक्ष्मीकांत लाहोटी, अध्यक्ष, माहेश्वरी समाज, पाली
महेश नवमी के पर्व के आयोजन से बालिकाओं एवं महिलाओं को न सिर्फ प्रोत्साहन मिला, बल्कि आगे बढ़ने की भावना भी प्रबल होती है। –शान्ति माहेश्वरी, अध्यक्ष, माहेश्वरी महिला मण्डल, पाली समाज उत्साहित
माहेश्वरी समाज के नेतृत्व में महेश नवमी के आयोजन का कार्यभार मिला। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी कई प्रकार के नए उत्साहवर्धक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। –राजेन्द्र केला, अध्यक्ष, माहेश्वरी युवा संगठन, पाली
महेश नवमी के आयोजन से समाज एक मंच पर आता है। इससे समाज के जरिए युवाओं को प्रेरणा मिलती है। आयोजनों से समरसता का भाव बना रहता है। –भुवनेश काबरा, मंत्री, माहेश्वरी समाज, पाली