रोहट कस्बे के साथ क्षेत्र के 79 गांवों को जवाई बांध से रोजाना 130-140 लाख लीटर पानी की जरूरत होती है। इसके बावजूद रोहट क्षेत्र के कई गांवों में पूरा पानी नहीं पहुंच पाता है। इससे ग्रामीणों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ता है। राजीव गांधी लिफ्ट केनाल से जुडऩे पर इन गांवों में जोधपुर की कायलाना से सीधा पानी पहुंचेगा। इससे वहां जल संकट कम होगा और जवाई से जाने वाला पानी भी बचेगा।
जैतारण क्षेत्र के जोधपुर से जुड़े गांवों में जवाई बांध का पानी ले जाना प्रस्तावित नहीं है। इस कारण इन 13 गांवों को इन्दिरा गांधी नहर के तीसरे चरण से जोड़ दिया गया है। इन गांवों में भू-जल लगातार घट रहा है। ऐसे में वहां जल संकट गहराने की आशंका को नकारा नहीं जा सकता। इस योजना से जुडऩे के कारण लाख यह होगा कि भूजल पर निर्भर इन गांवों के लोगों को पेयजल के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।
रोहट व जैतारण क्षेत्र के गांवों में पानी लाने को इस प्रोजेक्ट में शामिल किया है। इससे जवाई पर निर्भरता कम होगी इसके साथ ही गांवों में जल संकट भी कम होगा। रोहट तक पाइप लाइन आने से पानी की कमी नहीं रहेगी। -दिनेश पुरोहित, अधीक्षण अभियंता, जलदाय विभाग, पाली