पुलिस ने मासूम की तलाश में जोधपुर से डॉग स्क्वाड बुलवाया था। उसे मनन के कपड़े सुंघाकर मोहल्ले में घूमाया, लेकिन वह मोहल्ले से बाहर नहीं गया और न किसी पड़ोसी के घर में गया था। पुलिस ने सोशल मीडिया पर मनन का फोटो भी शेयर किया।
आसपास के दर्जनों सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। लेकिन ढाई साल के मासूम मनन का कोई सुराग नहीं मिला। शुक्रवार 6 दिसंबर को घर के पास ही नाले में मनन का शव मिलने से सनसनी फैल गई। दरअसल, शुक्रवार शाम 5:30 बजे मोहल्ले के लोगों ने बच्चे का शव देखा। इसके बाद पुलिस को सूचना दी कि नाली में बच्चे का शव पड़ा है। सूचना पर एसपी चूनाराम जाट और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। शव को बाहर निकाला।
मां-पिता का रो-रोकर बुरा हाल
घटना के बाद से ही बच्चे के मां-पिता का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। वे बिलखते हुए बार-बार मासूम मनन को पुकारते रहे। 4 दिन बाद मासूम मनन तो मिला, लेकिन जीवित नहीं था। मासूम को खोने के बाद परिवार में मातम पसर गया है।