अमरीका ने बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर इस मिशन में योगदान देने के लिए पाकिस्तान के अहमद अवैस को मान्यता दी है। बता दें, नासा के मंगल 2020 हेलीकॉप्टर मिशन को इनजेनिटी हेलीकॉप्टर के रूप में भी जाना जाता है।
NASA ने रचा इतिहास, इनजेन्यूटी हैलीकॉप्टर ने मंगल से भरी पहली उड़ान
इस संबंध में इस्लामाबाद स्थित अमरीकी दूतावास ने एक ट्वीट करते हुए ये जानकारी दी है। अमरीकी दूतावास ने ट्वीट करते हुए लिखा “पाकिस्तानी डेवलपर्स वास्तव में दुनिया में अपनी पहचान बना रहे हैं। क्या आप एक पाकिस्तानी पुरस्कार विजेता ओपन-सोर्स इंजीनियर अहमद अवैस को जानते हैं, जिन्होंने मार्स 2020 हेलीकॉप्टर मिशन के लिए सॉफ्टवेयर में योगदान दिया, जिसे नासा के इनजेनिटी हेलीकॉप्टर के रूप में भी जाना जाता है?”
मालूम हो कि अभी हाल ही में अप्रैल में अहमद अवैस को Gold GitHub Stars अवार्ड मिला है, जो कि संपूर्ण प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है। TechJuice की रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें दुनिया भर के 60 मिलियन डेवलपर्स में से चुना गया है।
अप्रैल में मंगल ग्रह पर हेलीकॉप्टर ने भरी थी उड़ान
आपको बता दें कि इस साल अप्रैल में नासा के इनजेनिटी रोटरक्राफ्ट ने इतिहास रच दिया, जब उसने मंगल ग्रह पर अपनी पहली नियंत्रित, संचालित उड़ान पूरी की। इनजेनिटी रोटरक्राफ्ट पिछले साल 30 जुलाई को रोवर परसेवरेंस के अंदर मंगल के जेजेरो क्रेटर पर उतरता था। इस साल अप्रैल में रोवर ने हेलिकॉप्टर को सूरज की रोशनी सोखने और उसकी बैटरी चार्ज करने के लिए फ्री कर दिया था।
नासा को मिली बड़ी सफलता, जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप की प्री-लॉन्चिंग सफल
मास्टकैम-जेड-इंस्ट्रूमेंट (कैमरा) ने एक वीडियो तैयार किया जिसे नासा के वैज्ञानिकों द्वारा 3-डी में प्रस्तुत किया गया है। बयान में कहा गया है “जब नासा के इनजेनिटी मार्स हेलीकॉप्टर ने 25 अप्रैल को अपनी तीसरी उड़ान में मंगल ग्रह के आसमान पर उड़ान भरी, तो ऐतिहासिक क्षण को पकड़ने के लिए एजेंसी का यह रोवर वहां मौजूद था। अब नासा के इंजीनियरों ने उड़ान को 3 डी में प्रस्तुत किया है।”
एजेंसी ने कहा है कि रोवर का मुख्य मिशन प्राचीन रोगाणुओं के जीवाश्मों का शिकार करना है। मास्टकैम-जेड ने ग्रह पर चट्टानों की छवियों को कैप्चर किया, जिसे नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (जेपीएल), कैलिफ़ोर्निया की टीम ज्वालामुखी गतिविधि द्वारा गठित तलछटी, आग्नेय या गठित के रूप में जांचने और वर्गीकृत करने का प्रयास कर रही है। जेपीएल में हेलीकॉप्टर के प्रोजेक्ट मैनेजर मिमी आंग ने कहा, “यह पहली बार है जब हमने कैमरे के लिए लंबी दूरी पर चलने वाले एल्गोरिदम को देखा है। आप इसे एक परीक्षण कक्ष के अंदर नहीं कर सकते।”