दरअसल, प्रधानमंत्री इमरान खान को सत्ता से बाहर करने के लिए तीन विपक्षी दलों ( Oppositions Parties of Pakistan ) ने हाथ मिला लिया है। हालांकि अभी तक तीनों ने इस गंठबंधन की औपचारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन पाकिस्तानी मीडिया में इसको लेकर व्यापक तौर पर खबरें छाई हुई हैं।
Pakistan: PM Imran Khan के 7 सहयोगियों के पास दोहरी नागरिकता, विपक्ष ने खड़े किए सवाल
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि पाकिस्तान की तीन अहम विक्षी पार्टियों ने हाथ मिलाया है। इसमें पूर्व पीएम नवाज शरीफ ( Ex PM Nawaz Sharif ) की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज ( PML-N), बिलावल भुट्टो ( Bilawal Bhutto Zardari ) की पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ( PPP ) और मौलाना फजल-उर-रहमान ( Maulana Fazlur Rehman ) की जमीयत-उल-इस्लामी शामिल हैं। तीनों पार्टियों में ज्यादातर मुद्दों पर सहमति बन गई है। इसको लेकर तीनो पार्टियों के बीच एक बैठक भी हुई है।
तीनों दलों में हुई अहम बैठक
जियो न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि मौलाना फजल-उर-रहमान ( Maulana Fazal-ur-Rehman ) की जमीयत-उल-इस्लामी ( Jamiat-ul-Islami ) वही पार्टी है जिसने पिछले साल नवंबर में भी इमरान के लिए मार्च निकालकर मुश्किलें पैदा कर दीं थीं। हालांकि बाद में सेना के दखल से अस्पष्ट वजहों से इसे वापस ले लिया गया था।
अब एक बार फिर से पाकिस्तान की सियासत ( Pakistan Politics ) में गरमाहट देखी जा रही है। इसी सिलसिले में इमरान खान को सत्ता से बेदखल करने के लिए पाकिस्तान की तीन पार्टियों ने हाथ मिलाया। सोमवार को PML-N के नेताओं का एक दल बिलावल भुट्टो ( Bilawal Bhutto ) के घर मुलाकात की। इस बैठक के दौरान इमरान को कुर्सी से हटाने की रणनीति पर चर्चा हुई। जानकारी के मुताबिक इमरान के खिलाफ एक ऑल पार्टी अलायंस बनाने की कोशिश की जा रही है।
भ्रष्टाचार के आरोप में विपक्षी नेताओं पर इमरान सरकार की कार्रवाई
आपको बता दें कि जब से इमरान खान सत्ता में आए हैं, तब से लेकर अब तक लगातार विपक्षी दलों के नेताओं पर भ्रष्टाचार के मामले में कार्रवाई की जा रही है। यहां तक की पूर्व राष्ट्रपति से लेकर पूर्व प्रधानमंत्रियों को सलाखों के पीछे डाल दिया गया है।
ऐसे में सियासी संग्राम तेज हो गया है। अभी तक PML-N प्रमुख नवाज शरीफ और PPP के नेता व पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ( Ex President Asif Ali Zardari ) को भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर जेल भी भेजा जा चुका है। इसके आलावा प्रांतीय स्तर तक इन पार्टियों के नेता अलग-अलग केसों में फंसे हुए हैं।
अब इमरान खान से लड़ने के लिए दोनों दलों ने हाथ मिला लिया है। पिछले दिनों बिलावल भुट्टो ने नवाज के भाई शहबाज की तबीयत का हाल जानने के लिए उन्हें फोन किया था। इस दौरान दोनों पार्टियों ने आपसी तल्खियां खतने करने को लेकर बातचीत की। इसके बाद एक मीटिंग के लिए सहमति बनी, जिसमें मौलाना ने भी एक होने पर अपनी सहमति दे दी।