चीनी वैक्सीन साइनाफार्मा की दूसरी खेप रावलपिंडी के नूरखान एयरपोर्ट पर पाकिस्तानी अधिकारियों ने हाल ही में प्राप्त की है। पाकिस्तान में अभी तक सिर्फ चीनी वैक्सीन साइनाफार्मा ही उपलब्ध है। इससे पहले एक फरवरी को चीन ने पांच लाख डोज भेजे थे। जिसके बाद से टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था।
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पाकिस्तान में 10 मार्च से देश में आम लोगों के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। पहले चरण में प्राथमिकता के आधार पर स्वास्थ्यकर्मियों, कोरोना वॉरियर्स और बुजुर्गों को टीका लगाया गया था। चीनी वैक्सीन साइनाफार्मा के दो डोज लगवाना अनिवार्य है।
आपको बता दें कि पाकिस्तान में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार बढ़तोरी हो रही है। अब तक 6,15,810 लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। जबकि 13,717 लोगों की मौत हो चुकी है।
कोरोना टीकाकरण की रफ्तार धीमी
पाकिस्तान में कोरोना टीकाकरण की रफ्तार काफी धीमी है। अल जजीरा न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में काफी धीमी गति से टीकाकरण किया जा रहा है। इतना ही नहीं, प्राथमिकता के आधार पर पहले आम लोगों व जरूरतमदों को टीका लगाया जाना चाहिए, लेकिन सबसे पहले अधिकारियों को टीका लगाया जा रहा है।
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बता दें कि अभी तक पाकिस्तान में सिर्फ चीनी कंपनी साइनाफार्मा की वैक्सीन ही उपलब्ध है। हालांकि, बहुत जल्द ही रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-वी और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन भी उपलब्ध हो जाएगी। पाकिस्तान ने इन दोनों कंपनियों से भी करार किया है।
बताया जा रहा है कि इसी महीने एस्ट्रेजेनेका की 28 लाख खुराक मिल जाएंगी। इसके अलावा कोवैक्स योजना के तहत भी पाकिस्तान को मार्च के आखिर तक एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की 56 लाख खुराक मिलेगी। बीबीसी की रिपोर्ट की मानें तो पाकिस्तान ने 70 फीसदी आबादी को ही कोरोना टीका लगाने की योजना बनाई है।