द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल के पुरातात्विक प्राधिकरण के मुताबिक येरुशलम में मिले (Jerusalem) इस तेल के दीपक की सजावट में मंदिर का मेनोरा, धूपदान और लुलाव बना हुआ है। इजरायल के लिए ये चौंकाने वाली बात ये है कि क्योंकि वर्तमान में इजरायल के पास येरूशलम में यहूदियों की मौजूदगी के बहुत ही कम सबूत हैं। लेकिन ये तेल का दीपक अब इन सबूतों को धार दे रहा है।
येरूशलम से यहूदियों को निकाला गया था
135 ईसवी में रोमन सम्राट हैड्रियन ने बार कोचबा विद्रोह को कुचलने के बाद, यहूदियों को येरूशलम से निकाल दिया था। ऐसे में तीसरी से पांचवीं शताब्दी ई. के दौरान इस पूरे इलाके में यहूदियों की मौजूदगी के पुरातात्विक साक्ष्य दुर्लभ हैं। इस तेल के दीपक को ‘बेइट नटिफ़’ प्रकार के तौर पर वर्गीकृत किया गया है। इसका नाम 1930 के दशक में बेट शेमेश के पास खोजी गई एक उत्पादन कार्यशाला के नाम पर रखा गया है। रिपोर्ट के मुताबिक इस तेल के दीपक को इसके मालिक ने जहां तक इसे इसके धार्मिक महत्व और मंदिर के लिए एक व्यक्तिगत स्मारक के तौर पर खरीदा होगा।