पाकिस्तान ने इस मुद्दे को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की है। गुरुवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि हम मुसलमान हैं और डर शब्द हमारी डिक्शनरी में नहीं है। इसको निकल दें।
धारा 370 पर पुनर्विचार करे भारत, तो हम राजनयिक संबंधों को बहाल करने की समीक्षा करेंगे: पाकिस्तान
फैसल ने आगे कहा कि भारत की ओर से उठाए गए हर कदम का मुंहतोड़ जवाब देंगे। हमें 27 फरवरी का दिन याद रखना चाहिए। इससे डर की कोई गुंजाइश नहीं बचेगी।
उन्होंने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा कि पाकिस्तान कह रहा है कि कश्मीरियों की आवाज को सुना जाए, लेकिन आपने (भारत) एक करोड़ 30 लाख लोगों को घर में बंद कर दिया है। सुरक्षा को लेकर गंभीर खतरा पैदा हो गया है।
भारत ने UN की उपेक्षा की है: फैसल
बता दें, मोहम्मद फैसल ने आगे कहा कि भारत ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाकर संयुक्त राष्ट्र की उपेक्षा की है। भारत ने एकतरफा फैसला लेते हुए मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन किया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भारत ने जम्मू-कश्मीर को लेकर जो फैसला लिया है उससे दक्षिण एशिया की स्थिरता और शांति को जोखिम में डाल दिया है।
एक सवाल के जवाब में फैसल ने कहा कि इस मसले को लेकर अप पूरी दुनिया में चर्चाएं शुरू हो गई हैं, लेकिन हमें लंबी लड़ाई लड़नी पड़ेगी। यह सात दशकों से चला आ रहा किस्सा है, कोई दो-चार साल की बात नहीं है।
धारा 370 खत्म करने के संबंध में भारत ने हमें नहीं दी कोई सूचना: अमरीका
मालूम हो कि भारत ने एक ऐतिहासिक फैसला लेते हुए धारा 370 को खत्म कर दिया, जिसके बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। धारा 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को एक विशेष राज्य का दर्जा हासिल था।
लेकिन अब इसके समाप्त होने के साथ मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर को एक केंद्र शासित प्रदेश बना दिया, साथ ही लद्दाख को अलग करते हुए उसे भी एक केंद्र शासित प्रदेश बना दिया है।
Read the Latest World News on Patrika.com. पढ़ें सबसे पहले World News in Hindi पत्रिका डॉट कॉम पर. विश्व से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर.