दूसरे प्रयास में उन्होंने अपने प्रदर्शन में सुधार किया और 61.12 मीटर की दूरी तय की, लेकिन दो स्थान खिसक कर सातवें स्थान पर पहुंच गई।
तीसरे प्रयास पर वह बेहतर नहीं कर पाई और 60.20 मीटर के साथ सातवें पायदान पर रही। इसके बाद, चौथे प्रयास में अनु ने 60.40 मीटर का थ्रो फेंका जो उन्हें आठवें पायदान पर ले गया।
अनु ने पांचवें और छठे प्रयास पर क्रमश: 60.40 मीटर और 57.93 मीटर का थ्रो फेंका और उन्हें आठवें पायदान से ही संतोष करना पड़ा।
ऑस्ट्रेलिया की केस्ले-ली बार्बर ने स्वर्ण पदक जीता जबकि चीन की शीयिंग लियू और हुईर्हु लियू क्रमश: रजत और कांस्य पदक अपने नाम किया।
सोमवार को अनु ने रिकॉर्ड बनाते हुए महिलाओं की भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय बनने का गौरव हासिल किया था।
वर्ष 2014 की एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता अनु ने चैंपियनशिप में अपना खुद का पुराना रिकॉर्ड (62.34) तोड़ते हुए ग्रुप-ए के क्वालीफायर में 62.43 मीटर का थ्रो फेंककर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था। क्वालिफायर में पांचवें स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालिफाई किया था।