सुरक्षा मानकों का सख्त पालन हो
सभी कोचिंग संस्थानों को संचालित करने से पहले भवन सुरक्षा, अग्निशमन यंत्र, आपातकालीन निकासी द्वार और वेंटिलेशन जैसे बुनियादी मानकों का पालन अनिवार्य रूप से करना चाहिए। सुरक्षा प्रमाण पत्र, उपखंड अधिकारी और जिला कलेक्टर की अनुमति से जारी किया जाए।-शंकर गिरि, हनुमानगढ़
क्षमता के अनुसार ही मिले प्रवेश
कोचिंग कक्षाओं में क्षमता से अधिक विद्यार्थियों को प्रवेश देने पर रोक लगाई जाए। इंडियन बिल्डिंग कोड के मानकों के अनुरूप भवनों का निर्माण हो।-विवेक नंदवाना, कोटा
रखी जाएं आपातकालीन सुविधाएं
प्रत्येक कोचिंग संस्थान में प्राथमिक चिकित्सा, ऑक्सीजन सिलेंडर और फायर सेफ्टी उपकरण जैसे साधन उपलब्ध हों। आपातकालीन सुरक्षा प्रशिक्षण नियमित रूप से आयोजित किया जाए।-निर्मला देवी, अलवर
पुलिस वेरिफिकेशन हो और सीसीटीवी कैमरे लगाएं
कोचिंग भवनों और संस्थानों का रजिस्ट्रेशन पुलिस वेरिफिकेशन के साथ हो। सभी संस्थानों में सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य रूप से लगाए जाएं।-विनायक गोयल, रतलाम
नियमित जांच और सख्त कार्रवाई
कोचिंग संस्थानों की समय-समय पर जांच की जाए और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। जांच अधिकारियों की रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए ताकि पारदर्शिता सुनिश्चित हो।-गजेंद्र चौहान, डीग
अनुपालन सुनिश्चित करने की जरूरत
सरकार और प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन्स का धरातल पर पालन सुनिश्चित किया जाए। ओवरक्राउडेड क्लासरूम और बेसमेंट में संचालित कक्षाओं को तत्काल बंद कर दिया जाए।-महेंद्र कुमार बोस, बाड़मेर
नैतिक जिम्मेदारी और जवाबदेही
कोचिंग संस्थानों की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वे सुरक्षा मानकों की अवहेलना न करें। सरकार की तरफ से हर संस्थान की जवाबदेही तय की जानी चाहिए।-राजेंद्र पचार, चुरू
अन्य बुनियादी सुविधाएं भी ठीक हों
विद्यार्थियों के लिए टॉयलेट और पेयजल की समुचित व्यवस्था हो। शिक्षकों की जानकारी और संपर्क नंबर सार्वजनिक किए जाएं।-ललित महालकरी, इंदौर