– चित्रांशू सिंह जोधा, नागौर ……………. पाक से फंडिंग रोकी जाए जम्मू कश्मीर में आतंकी कई वर्षों से सक्रिय हंै। पीओके को वापस भारत में मिलाकर और पाक से फंडिग को रोककर आतंकवाद पर काबू पाया जा सकता है।
-बलदेव परिहार, बाड़मेर ……………. जरूरी है जन सहयोग आतंकियों द्वारा गांदरबल में छह श्रमिकों व एक डॉक्टर की आतंकियों द्वारा हत्या करना इस बात का सबूत है कि वहां जनता का लोकतांत्रिक प्रक्रिया से जुडऩा उन्हें नागवार गुजरा है। जम्मू -कश्मीर में आतंक समाप्त करने के लिए जन सहयोग की जरूरत है, वहीं सतर्कता,सजगता और सावधान रहना भी आवश्यक है।
-शिवजी लाल मीना, जयपुर ……………. कठोर कदम उठाए जाएं जम्मू-कश्मीर में आतंक समाप्ति के लिए सरकार को कठोर कदम उठाने होंगे, जनता को जागरूक कर विश्वास में लेना होगा। सरकार को सभी राजनीतिक दलों से समन्वय कर कार्रवाई करनी चाहिए।
-राजेन्द्र पचार लीलकी, चूरू …………. खुफिया तंत्र को बनाएं मजबूत जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के वित्त पोषण को रोकना एक जटिल और चुनौतीपूर्ण कार्य है। हालांकि, दृढ़ इच्छाशक्ति और सही रणनीति के साथ इस समस्या का समाधान किया जा सकता है। अंतरराष्ट्रीय सहयोग, खुफिया तंत्र को मजबूत बनाना, कानूनों को सख्त बनाना और स्थानीय लोगों का सहयोग प्राप्त करना इस दिशा में महत्त्वपूर्ण कदम होंगे।
राजूराम प्रजापत, नागौर ………….. जीरो टॉलरेंस नीति की जरूरत आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति बनानी चाहिए। सीमा पर सतर्कता के साथ व ड्रोन तकनीक की मदद ली जानी चाहिए। जवानों की सुरक्षा के लिए बुलेट प्रूफ वाहन, बुलेट प्रूफ जैकेट व अन्य जरूरी संसाधन उपलब्ध कराने चाहिए। खुफिया तंत्र को मजबूत करना भी जरूरी है।
-आलोक वालिम्बे, बिलासपुर, छत्तीसगढ़