अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज होने वाले तालिबान से पाकिस्तान के साथ घनिष्ठ संबंध हैं। इसलिए पाकिस्तान ने अविलंब तालिबान सरकार को मान्यता देने की मंशा जाहिर कर दी है। तय है कि अब जैश ए मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा जैसे खूंखार आंतकवादी संगठनों को मदद मिलेगी। निष्कर्ष के रूप में यही कहा जा सकता है कि निकट भविष्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवादी गतिविधियां बढ़ेंगी। आतंकवाद को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।
-दौलतराम गोदारा, पीलीबंगा, हनुमानगढ़
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दुनिया के सबसे दुर्दांत आतंकी संगठन तालिबान का अफगानिस्तान पर कब्जा और वहां मचा हाहाकार पूरी दुनिया के लिए खतरे की घंटी है। हैवानियत के लिए कुख्यात, निर्दयी तालिबानियों की वजह से आने वाले दिनों में अफगानिस्तान मध्ययुगीन बर्बरता का शिकार बनेगा। पाकिस्तान और चीन का तालिबानियों को साथ मिल रहा है। अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी ने भारत की चुनौतियों और आतंकवाद के खतरे को भी बढ़ा दिया है। पाकिस्तान तालिबान का इस्तेमाल भारतीय हितों पर आघात करने के लिए कर सकता है। तीन लाख की संख्या वाली अफगानी सेना को पछाड़ कर मात्र अस्सी हजार तालिबानी जिहादियों का अफगानिस्तान पर कब्जा चिंताजनक है। अब दुनिया भर में आतंकवाद बढ़ सकता है।
-नरेश कानूनगो, बेंगलूरु, कर्नाटक
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अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे से आतंकवाद का खतरा बढ़ गया है। भारत की सुरक्षा व्यवस्था के लिए सीमा पर चौकसी बढ़ा देनी चाहिए। देश में सघन चेकिंग अभियान चलाकर संदिग्धों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। इन देशों में फंसे हुए भारतीय नागरिकों को तत्काल भारत वापस लाने विशेष पहल करनी चाहिए।
-आलोक वालिम्बे, बिलासपुर, छत्तीसगढ़
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अफगानी संसद का निर्माण भारत ने करवाया। उसी संसद में बैठकर तालिबान आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देगा। भारत मे शिक्षा प्राप्त कर रही एक छात्रा रोते हुए कहती है कि अगर तालिबान को पता चला कि उसके पिता ने उसे विदेश पढऩे भेजा है तो तालिबान उसके सम्पूर्ण परिवार का सिर कलम कर देगा। भारत सरकार की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
-विनायक गोयल, रतलाम, मध्यप्रदेश
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अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे को दूरदर्शी रूप से देखा जाए तो यह भारत के लिए खतरनाक हो सकता है। जिस तरह से पिछले कुछ समय से तालिबान को पाकिस्तान ने संरक्षण दे रखा है और पर्दे के पीछे से चीन मदद कर रहा है तो यह सब घटनाक्रम हिंदुस्तान के लिए यह खतरनाक हो सकता है। भारत को अपनी विदेश नीति पर पुनर्विचार करने की जरूरत है।
-आकाश शर्मा, चित्तौडग़ढ़
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अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे से आतंकवाद का खतरा भारत के लिए अवश्य बढ़ गया है। तालिबान की जीत आतंककारी संगठनों का हौसला बढ़ाएगी। सही मायने में यह एक आतंकवाद की जीत है। भारत को तालिबानियों की हरकत पर नजर रखते हुए अपनी सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की जरूरत होगी। समय रहते हुए भारत को सतर्कता बरतने की जरूरत है।
-श्रीकृष्ण पचौरी, ग्वालियर, मध्य प्रदेश
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अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे की वजह से सबसे बड़ा आतंकवाद का खतरा भारत को है। पाकिस्तान व चीन तालिबान को मदद कर सकता है। ये तीनों देश मिलकर भारत में आतंकवाद को बढ़ावा दे सकते है। अमरीकी सैनिक अफगानिस्तान को छोड़ के जा रहे हैं। भारत की सबसे बड़ी चिंता यह भी हैं कि अफगानिस्तान में भारत के राजनयिक, कर्मचारी व नागरिकों को कैसे सुरक्षा प्रदान की जाए।
-संजय माकोड़े बड़ोरा, बैतूल
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अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे से निश्चित रूप से आतंकी संगठनों को ताकत मिली है। तालिबान का विरोध करने वाली अंतरराष्ट्रीय बिरादरी का अफगानी सरकार की मदद के लिए आगे न आना चौंकाता है, वहीं पाकिस्तान जैसे देशों का तालिबान को सक्रिय समर्थन लश्कर और जैश -ए-मोहम्मद जैसे संगठनों को ताकत देगा। इससे आतंकवाद का खतरा बढ़ेगा।
-शिवजी लाल मीणा, जयपुर
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तालिबान से भारत के संबंध हमेशा कड़वाहट भरे रहे है । चीन, अफगानिस्तान में तालिबान की जीत को अपने हित में मान रहा है। इसलिए भारत को चीन से सावधान रहना होगा। भारत को आने वाले समय में अफगानिस्तान के साथ सतर्क दृष्टि रखनी होगी। भारत को एक नई सोच एवं चिंतन के साथ अफगानिस्तान के साथ व्यवहार करना होगा
-सतीश उपाध्याय, मनेंद्रगढ़ कोरिया, छत्तीसगढ़
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तालिबान के कब्जे से निश्चित ही आतंकवाद को बढ़ावा मिलेगा। तालिबान शरिया कानून के जरिए लोगों पर राज करना चाहता है। तालिबान भले ही दुनिया के सामने सुरक्षित सरकार का दावा करता हो, लेकिन उस पर विश्वास नहीं किया जा सकता।
-गजेन्द्र नाथ चौहान, राजसमंद
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इसमें कोई संदेह नहीं कि तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर हिंसात्मक तरीके से कब्जा कर लेने से पाकिस्तान पोषित और अन्य देशों द्वारा समर्थित आतंकवादी संगठनों को बल मिलेगा। निश्चित रूप से आतंकवादी घटनाओं में वृद्धि होगी। अंतरराष्ट्रीय समस्या के समाधान के लिए विश्व के सभी शांतिप्रिय देशों को एकजुट होकर दूरगामी योजना बनाकर काम करना होगा।
-ईश्वर जैन, उदयपुर
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आतंकवाद बढ़ेगा
तालिबान ने अफगानिस्तान पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया है। इससे निश्चित ही आतंकवाद का खतरा बेहद बढ़ गया है, क्योंकि तालिबान हमेशा आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त रहा है। फरवरी 2020 में अमरीका के साथ हुए दोहा समझौते के पश्चात भी तालिबान ने अल कायदा से अपने संबंध विच्छेद नहीं किए। वर्षों से तालिबान आतंक का पर्याय बन कर विश्व पटल पर उपस्थित है। अफगानिस्तान में जिस प्रकार हिंसक एवं आतंकी गतिविधियों के द्वारा सत्ता का परिवर्तन हुआ है, उससे स्पष्ट परिलक्षित होता है कि तालिबान के आ जाने से निश्चित रूप से आतंकवाद में वृद्धि होगी।
-रवि शर्मा, गंगापुर सिटी
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अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे से अराजकता की स्थिति बनी है। यह आतंकवाद को बढ़ावा देनेे वाला अमानवीय कृत्य है। मानवता को कलंकित करने वाले इस कृत्य पर चीन और पाक भले ही खुशी मनाएं, लेकिन आने वाले समय में उनको भी नुकसान होगा। बेहतर तो यह है कि समय रहते संयुक्त राष्ट्र कड़े कदम उठाए।
-नरेन्द्र शर्मा, चूरू
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अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा होने का मतलब आतंकवाद की जड़ें मजबूत होना है। अफगानिस्तान के निर्दोष नागरिकों को बेवजह पलायन करना पड़ रहा है। दुनिया के सभी देशों को आतंकियों के खिलाफ खड़ा होना होगा।
-प्रकाश चन्द्र राव, बापूनगर, भीलवाड़ा
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अफगानिस्तान में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। तालिबान ने सभी आतंकवादियों को रिहा कर दिया है, जिससे अफगानी लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हंै। अफगानिस्तान पर पूरी तरह से कब्जा करने के बाद तालिबान का खौफ साफ नजर आ रहा है। देश छोड़ने के लिए लोगों में भगदड़ मची हुई है। अफगानी महिलाओं पर तालिबानियों के अत्याचार का कितना कहर टूटेगा कोई नहीं जानता?
-नीलिमा जैन, उदयपुर
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अफगानिस्तान पर हुआ हमला लोकतंत्र की एक बहुत बड़ी क्षति है। कहां है आज सभ्य विश्व के प्रतिनिधि? ये हमला किसी स्थान विशेष पर आतंकी हमला मात्र नहीं मानवता पर हमला है। यह वक्त आतंकियों की हिम्मत को तोड़कर आतंक पर पूर्ण विराम लगाने का है।
-सोनाली शर्मा, छबड़ा।
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तालिबान एक कू्रर आतंकी संगठन है। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे से निश्चित है कि अब आतंकवाद चरम पर होगा। अफगान और पाकिस्तान में जितने भी आतंकवादी गुट हैं, वे आपस में मिले हुए हैं। भारत को सचेत रहना होगा। यह पड़ोसी देशों में भी आतंकवाद का विस्तार कर सकता है।
-सुरेन्द्र पाराशर, कोटा
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अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा भारत के लिए खतरे की घंटी से कम नहीं है। पाकिस्तान, तालिबान और चीन मिल कर भारत की सरहदों पर हमला कर सकते हैं। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए विदेश नीति में आवश्यक बदलाव करना होगा। साथ ही अपनी सैन्य शक्ति को सुदृढ़ करना जरूरी है ।
-बसंत राज भंडारी, जोधपुर