अपराधियों में पुलिस के डर का दावा कमजोर साबित हो रहा है। ऐसे उपाय किए जाएं कि समाज में यह संदेश जाए कि अपराध करने पर कडी सजा मिल सकती है। तभी अपराधियों में भय पैदा होगा। आम जनता भी पुलिस का सहयोग करे।
एम आर ओझा, रामसर बीकानेर
देश में बढ़ते हुए अपराध के पीछे ढीली न्यायिक प्रणाली, फास्ट ट्रैक अदालतों का अभाव, पुलिस प्रशासन का उदासीन रवैया और दोषियों को सजा नहीं मिल पाना जैसी वजहें हैं। साथ ही अपराधियों को जातिगत और राजनीतिक संरक्षण का मिलना भी अपराध का अहम कारण है। राजनीतिक और जातिगत संरक्षण के कारण अपराधियों को ठोस सजा नही मिलती है। सरकार को अपराधों से सम्बन्धित कानूनों को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए।
प्रकाश भगत, कुचामन सिटी, नागौर
बढ़ते अपराध पर रोक लगाने के लिए राज्य सरकार,जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन में उचित समन्वय हो।
सोशल मीडिया पर फैलाए जाने वाले भ्रामक व भडकाउ मैसेज पर रोक लगे। अपराध के कारणों की पहचान कर उसे दूर किया जाए। आम जनता भी सक्रिय भूमिका निभाए।
मुकेश सोनी, जयपुर
आजकल साइबर अपराध बढे हैं। इसकी लगाम के लिए पुलिस सिस्टम को विकसित करना होगा। फर्जी वेबसाइट का पता लगाना होगा। फाइनेंशियल फ्रॉड के डेटा का विश्लेषण करने के लिए सॉफ्टवेयर बनाना चाहिए प्रशिक्षण सही दिया जाना चाहिए
संदीप छीपा, दौसा
भारत की आपराधिक न्याय प्रणाली मजबूत बने। त्वरित न्याय के लिए जनसंख्या के अनुपात में न्यायाधीशों का अनुपात बढ़ाया जाए। अदालतों में जजों के रिक्त पद भरे जाएं। पुलिस जांच प्रक्रिया में राजनीतिक हस्तक्षेप पर रोक लगे।
कृष्ण कमल व्यास, चित्तौडग़ढ़
भारत की न्याय प्रणाली बहुत लचीली एवं दोषपूर्ण है। अपराध के अंकुश के लिए कानून पर सख्ती से अमल हो। राजनीतिक संरक्षण के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद रहते हैं। शीघ्र न्याय मिलने से अपराध में कमी आएगी। सतीश उपाध्याय, मनेंद्रगढ़ छत्तीसगढ़
हर व्यक्ति रातोंरात अपार धन कमाना चाहता है। रोजगार के अवसरों की कमी, जाति और भाई भतीजावाद के आधार पर योग्यता की उपेक्षा ऐसे पक्ष हैं, जो युवाओं को अपराध की ओर धकेलते हैं।
राजन गेदर, सूरतगढ, गंगानगर
अपराधों पर लगाम लगाने के लिए कडी सजा का प्रावधान हो। यदि अपराधी को पता होगा कि गुनाह करने पर कडी सजा मिलेगी तो वह अपराध करने से पहले सौ बार सोचेगा। इसी तरह बचपन से ही मूल्यपरक शिक्षा पर जोर देना होगा।
रानिया सेन ,जयपुर