सूत्रों के अनुसार इसी साल जून में दुगस्ताऊ के नरपत सारण की हत्या कर दी गई थी। इससे करीब तीन साल पहले अक्टूबर 2019 में उसके एक और भाई बलराम को मौत के घाट उतार दिया गया था। इनका तीसरा भाई जगदीश कुछ समय से नागौर जेल में बंद है। उस पर हत्या के प्रयास का मामला चल रहा है। नरपत सारण की हत्या के समय आठ आरोपियों को नामजद किया गया था। इसमें शेष तो पकड़े जा चुके हैं पर मुख्य आरोपी राजू नेतड़, राजेश, एक अन्य रामप्रसाद सांगवा अभी तक फरार है। राजू का भाई विक्की नेतड़ इस मामले में जोधपुर जेल में है। राजू नरपत के भाई बलराम की हत्या का भी आरोपी है और जून में वह जमानत पर चल रहा था। पुलिस तीन-चार महीने से राजू नेतड़ और रामप्रसाद सांगवा की तलाश कर रही है।बताया जाता है कि हाल ही में राजू नेतड़ नागौर के आसपास दिखा। यही नहीं उसने अपने गुर्गों के माध्यम से जगदीश को ठिकाने लगाने की बात कही। यह बात पुलिस तक पहुंची तो उसके कान खड़े हो गए और उसने राजू नेतड़ की तलाशी के साथ जगदीश की सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता करने की कवायद शुरू कर दी।
जगदीश के बारे में लेती रही जानकारी सूत्र बताते हैं कि जेल प्रशासन ने जगदीश के बंद होने के साथ उसकी आगामी पेशी की डिटेल ही नहीं उसके विरोधी गुट के बदमाशों की जानकारी लेती रही। जगदीश की एक पेशी गुुरुवार को है तो इसी नवंबर व दिसंबर में उसकी तीन-चार पेशी और होनी है। ऐसे में उसके बारे में दी गई धमकी के बाद पुलिस अलर्ट हो गई है। यही नहीं जेल के भीतर भी जगदीश के साथ कोई अनहोनी न हो पाए, इसके लिए जेलर राज महेंद्र ने जेल स्टाफ को सतर्क कर दिया है। और तो और जगदीश का जेल में कोई दुश्मन है या आने वाले बंदी पर भी चौकस निगाह रहेगी। यहां तक की उससे मुलाकात वालों की भी पड़ताल होगी।
पहले नेतड़ के गुर्गों से था खतरा, जोधपुर किया था शिफ्ट दुगस्ताऊ के नरपत सारण को जून में अगवा कर जमकर मारापीटा, बाद में उसकी मौत हो गई। नरपत के दाह संस्कार में शामिल होने के बाद जगदीश वापस जेल आ गया। अपने दो भाई की हत्या के आरोपियों के साथ रहने की मुश्किल और भीतर ही भीतर पनप रही बदले की भावना जेल स्टाफ के माध्यम से जेलर राज महेंद्र तक पहुंची तो वे भी सतर्क हो गए। चार आरोपी जितेंद्र उर्फ जीतू, रामविलास उर्फ कालू, भंवरा राम और किशनाराम को रिमाण्ड के बाद नागौर जेल भेजा गया तो जैसे-तैसे जेल प्रशासन ने मुस्तैदी से उनकी रात कटवाई, सुबह जोधपुर जेल शिफ्ट कर दिया। एक आरोपी पुनीत विश्नोई को भी इसी तरीके से कुछ घंटों के बाद जोधपुर जेल भेजा गया था। हत्याकाण्ड के मास्टर माइण्ड दुगस्ताऊ निवासी हिस्ट्रीशीटर दिनेश उर्फ विक्की नेतड़ अभी जेल में हैं।
शराब का काला कारोबार, बढ़ी रार ने पहले बलराम को बनाया निशाना सूत्र बताते हैं कि राजू नेतड़/विक्की व अन्य शराब के कारोबार से जुड़े थे वहीं बलराम/नरपत भी इसी धंधे में थे। पहले दोनों की अच्छी दोस्ती थी, बाद में ऐसी रंजिश पननी की ये एक-दूसरे के खून के प्यासे हो गए। करीब तीन साल पहले हुई फायरिंग में बलराम की मौत हो गई थी। असल में जगदीश व दूसरे गुट के हिस्ट्रीशीटर दिनेश उर्फ विक्की नेतड़ व राजू नेतड़ के बीच लम्बे समय से विवाद चल रहा था। अक्टूबर 2019 में दुगस्ताऊ में दोनों पक्षों के बीच पहले गाली-गलौज हुई और फिर झगड़े के दौरान आरोपियों ने बलराम पर फायरिंग कर दी। गोली लगने से बलराम गंभीर घायल हो गया। बलराम को जायल चिकित्सालय ले जाया गया, वहां स्थिति गंभीर होने पर प्राथमिक उपचार के बाद उसे नागौर के जेएलएन चिकित्सालय रेफर कर दिया। वहां पहुंचे पर चिकित्सकों ने युवक को मृत घोषित कर दिया। मृतक के भाई जगदीश की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी विक्की उर्फ दिनेश, दिनेश के भाई राजू नेतड़, माता हाबूदेवी, राजूदेवी पत्नी दिनेश, रवि पुत्र गोपालराम एवं सरजू पत्नी गोपालराम सहित पांच-छह अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज हुआ था।
संदीप उर्फ शेट्टी हत्याकाण्ड के तीन आरोपियों को किया अजमेर जेल शिफ्ट गैंगस्टर संदीप उर्फ शेट्टी की हत्या के मामले में गिरफ्तार मास्टर माइण्ड समेत तीनों आरोपियों को अजमेर जेल शिफ्ट कर दिया है। करीब एक महीने से जेलर राज महेंद्र इस बाबत आला अधिकारियों से गुहार लगा रहे थे। मास्टर माइण्ड सुनील उर्फ पंडित के साथ संदीप लांबा उर्फ गोलू और जितेंद्र कुमार उर्फ जीतू करीब बीस दिन नागौर जेल रहे। इन्हें हाल ही में अजमेर जेल भेजा गया। जेल में गैंगवार की आशंका जताते हुए इन्हें दूसरी जेल में शिफ्ट करने के लिए पहले ही जेलर राज महेंद्र कई बार अधिकारियों को लिख चुके थे। इस मामले में दो अन्य आरोपी नवीन सेठ (32) व प्रवीण उर्फ पपल (34) अभी नागौर जेल में हैं। इनको भी दूसरी जेल में शिफ्ट करने की कवायद की जा रही है।
इनका कहना इस तरह की धमकी की जानकारी मिली है। जगदीश को पूरी सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। राजू नेतड़ व रामप्रसाद सांगवा की तलाश कर रहे हैं। उन्होंने यह धमकी किसके जरिए दी, उसको भी पकड़ा जाएगा।
-राजेश मीना, एएसपी नागौर