बताया जा रहा है कि दादूपुर गांव की रहनेवाली 20 साल की मंजू नौ महीने की प्रेग्नेंट थी। गुरुवार सुबह अचानक उसके पेट में दर्द उठा। मंजू के पति गजेन्द्र न बताया कि दर्द इतना तेज था कि उसे बर्दाश्त करना मुश्किल हो रहा था। आनन-फानन में मंजू को बाबा सुखामल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। डॉक्टर्स ने जब मंजू की हालत देखी तो उसे तुरंत हॉस्पिटल में एडमिट करने की सलाह दी। मंजू का कुछ टेस्ट किया गया, जिसके बाद डॉक्टर ने उसका ऑपरेशन कर डिलिवरी करने का फैसला किया। डॉक्टर्स के फैसले पर परिजन ने भी सहमति दे दी। दरअसल, डॉक्टर्स का कहना था कि पेट की साइज को देखते हुए नॉर्मल डिलिवरी करना मुश्किल था। ऑपरेशन के बाद जब मंजू की डिलिवरी हुई तो शुरुआत में डॉक्टर भी सकते में पड़ गए। डॉक्टर प्रदीप सिंह और सुमन कटियार ने बताया कि पहले एक लड़की निकली, उसके बाद फिर एक लड़की निकली। उनका कहना था कि हमें लगा दो बच्चे होंगे, लेकिन कुछ देर बाद एक लड़का भी निकला। उनके मुताबिक, पहली बार में उन्हें भी अंदाजा नहीं था कि एक साथ तीन बच्चे होंगे। लेकिन, हकीकत सामने देखकर वो भी आश्चर्यचकित थे। डॉक्टर्स ने तुरंत यह खुशखबरी मंजू के पति गजेन्द्र को दी। गजेन्द्र भी यह खुशखबरी सुनकर आश्चर्यचकित रह गया। उसका कहना था कि पहली बार हम मां-बाप ने और भगवान ने एक साथ हमें तीन-तीन आशीर्वाद दे दिया। डॉक्टर्स ने बताया कि तीनों बच्चे और मां स्वस्थ और सुरक्षित हैं। फिलहाल, मंजू और उसके तीनों बच्चे डॉक्टर्स की निगरानी में और उन्हें देखने के लिए गांव के लोग लगातार हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं।