दरअसल, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे के शुरु होने में हो रही देरी को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी नाराजगी जाहिर कर चुकी है। साथ ही नेशनल हाईवे अथोरिटी को निर्देश दिए थे कि प्रधानमंत्री के पास उद्घाटन करने का समय नहीं है तो 1 जून से एक्सप्रेस-वे को शुरु कर दिया जाए।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री व बागपत सांसद डॉ सत्यपाल सिंह और भाजपा जिलाध्यक्ष संजय खोखर ने बताया कि पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा 26 मई को होना था। लेकिन अब 27 मई को यह फाइनल हुआ है। वहीं जानकारी के मुताबिक प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने आसपास के जिलों के पदाधिकारियों को भी जिम्मेदारियां सौंपी है।
जिसके बाद से यह माना जा रहा है कि 28 मई को दो जिलों में होने वाले उपचुनाव को लेकर भी 27 मई को प्रधानमंत्री का दौरा तय किया गया है। इस दिन प्रधानमंत्री क्षेत्र के लिए अन्य सौगात भी दे सकते हैं।
गौरतलब है कि 11 हजार करोड़ रुपये की लागत से तैयार किए गए छह लैन इस्टर्न पेरिफेरल के शुरु होने से दिल्ली में वाहनों का बोझ कम हो जाएगा। जिससे प्रदूषण में भी कमी आएगी। यह हरियाणा के सोनीपत स्थित कुंडली के एनएच-1 से शुरू होकर बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर व फरीदाबाद से लेकर पलवल पर खत्म होगा।
इसके साथ ही इस एक्सप्रेस-वे को दिल्ली के आउटर रिंग रोड का नाम भी दिया गया है। इसका कारण यह है कि हरियाणा या यूपी के कई जिलों से आने-जाने वाले वाहनों को अब दिल्ली में एंट्री नहीं लेनी पड़ेगी और वह बाहर-बाहर ही अपनी मंजिल तक पहुंच सकेंगे।