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केंदीय पर्यटन और सस्कृति मंत्री महेश शर्मा का विरोध कर रहे उनकी संसदीय क्षेत्र मिर्जापुर और आसपास के लोगों का कहना है कि वे जब से सांसद बने हैं। किसी गांव का दौरा नहीं किया है और न ही किसी गांव में विकास का काम ही कराया। इसको देखते हुए लोगों में भारी गुस्सा था। इसीलिए उनके दौरे के मौके पर ग्राम मिर्जापुर में आसपास के लगभग 10 गांव के लोगों ने इकट्ठा होकर महेश शर्मा का विरोध किया। इन लोगों ने डॉक्टर महेश शर्मा को गांव में घुसने नहीं दिया और गांव की सीमा से ही दौड़ा-दौड़ाकर भगा दिया और विरोध के नारे लगाए और काले झंडे भी दिखाए।
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इन लोगों ने बताया कि सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया था कि पूरे क्षेत्र की जनता ने तय किया है कि अब महेश शर्मा को किसी भी कीमत पर गांव में प्रचार करने नहीं दिया जाएगा। अगर भारतीय जनता पार्टी का प्रत्याशी महेश शर्मा होगा तो उसका बहिष्कार किया जाएगा। किसी भी कीमत में पर शर्मा को वोट नहीं देंगे। उनका कहना है कि हमारा भाजपा से कोई विरोध नहीं है। यह जो विरोध है सिर्फ महेश शर्मा का विरोध है। इन्होंने पूरे 5 साल में क्षेत्र में कोई विकासकार्य नहीं किया और न ही जनता से कोई संवाद किया । भारतीय जनता पार्टी इस क्षेत्र में डॉ. महेश शर्मा को प्रत्यशी बनाती है तो जनता ने तय कर लिया है कि महेश शर्मा को हराएंगे। वहीं, इस घटना के बाद नाराज डॉ. महेश ने एक अन्य नुक्कड़ सभा में जामकर अपनी भड़ास निकली और लोगों को अशब्द कहे।