डॉग पार्क बन कर तैयार होने में 3 महीने का समय लगने का अनुमान है फिलहाल तेजी से पार्क पर काम किया जा रहा है. तकरीबन 2 करोड़ 86 लाख का खर्च आएगा। डॉग पार्क में डॉग के बैठने के लिए, खाने के लिए, सोने के लिए भी जगह होगी। इंसानों की तरह हो डॉग के लिए जिम, हाल और थिएटर और स्विमिंग पूल भी होगा।
हैदराबाद में है डॉग पार्क अभी भारत में सिर्फ एक डॉग पार्क है जो तेलंगाना के हैदराबाद में स्थित है। हैदराबाद का डॉग पार्क 1.3 एकड़ में बना हुआ है। जिसे बनाने में एक करोड़ एक लाख की लागत आई थी। लेकिन नोएडा में बनने वाला डॉग पार्क इससे काफी बड़ा है।
डॉग पार्क की खूबियाँ यह पार्क नयी सुविधाओं के साथ बनाया जा रहा है। इस डॉग पार्क में पालतू कुत्तों के लिए बैठने, खाने, सोने, वाॅकवे, झूले, प्रशिक्षण, जिम, हाॅल और एम्फीथिएटर आदि की सुविधा होंगी। छोटे-बड़े कुत्तों के नहाने के लिए अलग वाॅटर बॉडी भी बनेगा। यहां लोग पालतू कुत्तों को घुमा सकेंगे। इलाज के लिए चिकित्सक, ट्रेनर की सुविधा होगी। यहां खाने का इंतजाम भी होगा। नि:शुल्क टीकाकरण की सुविधा होगी।
छत्तीसगढ़ में है कुत्ते का मंदिर छत्तीसगढ़ में एक ऐसा भी मंदिर है जहां कुत्ते ही पूजा होती है। यहाँ के दुर्ग जिले में स्थित इस मंदिर को कुकुरचबा मंदिर के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर की खासियत है कि कुकुरचाब मंदिर जाने के लिए पैदल ही खेतों के कई मेड़ो को पार कर मंदिर तक पहुंचते है। इस मंदिर में छत्तीसगढ़ के अलावा उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र तक के श्रद्धालु आ चुके हैं। इस मंदिर में कुत्ते काटने का प्राकृतिक दवाई से इलाज किया जाता है। वहाँ सिर्फ स्मारक के पास की मिट्टी को खाने से पागल या सामान्य कुत्ते के काटने से फैलने वाली रेबीज जैसे पूरी तरह समाप्त हो जाती है।