जानकारी के मुताबिक पहले गांव वालों ने इनको नावों से निकालने की कोशिश की, लेकिन उनका यह प्रयास सफल नहीं हो पाया। प्रशासनिक अधिकारी एनडीआरएफ की टीम के साथ गांव पहुंचे और सभी फंसे हुए लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाल लाए।
इन तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है कि किस प्रोफेशनल तरीके से तिलवाड़ा पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने नदी के दूसरे छोर पर फंसे 25 लोगों को नाव के जरिए सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया।
रेस्क्यू किए गए लोगों में महिलाएं बच्चे भी शामिल हैं, सभी लोगों के सफलतापूर्वक रेस्क्यू के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली और गांव वालों का सतर्क किया है, कि नदी का जलस्तर अभी और बढ़ सकता है। इसलिए बीच नदी की ओर गाववाले ना जाएं। प्रशासन का कहना है कि ग्रामीणों में तो नदी में पानी छोड़े जाने की सूचना दी गई थी, लेकिन कुछ ग्रामीण सतर्क नहीं हुए थे और दिन में तेजी से पानी बढ़ने के कारण वह नदी के दूसरे छोर में मवेशियों को लेकर फंस गए थे। इन लोगों ने अपने फंसे होने की सूचना जोर जोर से आवाज लगाकर दूसरे ग्रामीणों को दी थी, इसके बाद इनको नाव के जरिए निकालने की कोशिश की गई। लेकिन यह कोशिश सफल न हो सकी । इस बीच मीडिया में खबर चलने के बाद शासन अलर्ट हो गया और तत्काल सूचना देकर गाजियाबाद से एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया मौके पर पहुंचकर टीम के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया जवान नाम से पूरी सुरक्षा के साथ किसानों के पास पहुंचे और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले आए।