ड्रोन की मदद से जेजे कॉलोनी में सैैनिटाइजेशन किया गया है। साथ इसमे लगा थर्मल इमेजिंग कैमरा की मदद से कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की पहचान की जा रही है। यह ड्रोन कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को चिहिन्नत कर लेता है। थर्मल इमेजिंग कैमरा, स्पीकर आवश्यक दवाइयों रखने के लिए पोर्टल कोरोना टेस्टिंग किट रखने एवं आवश्यक स्थानों पर पहुंचाने के लिए उपयुक्त है। नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी इंदु प्रकाश ने बताया कि इंडियन रोबोटिक सॉल्यूशन कंपनी का यह रॉबोट कोरोना संकट से निपटने में काफी मददगार साबित हो सकता है।
ड्रोन बनाने वाली कंपनी के इंजीनियर सागर ने बताया कि यह ड्रोन निगरानी के साथ—साथ सैनिटाइजेशन का काम करता है। इसमें 10 लीटर की टंकी लगी हुई है। उन्होंने बताया कि कोरोना संकट में ड्रोन में कई और बदलाव किए गए हैं। समय की मांग के मद्देनजर ऐसा ड्रोन बनाया गया है, जिसमें मेडिसिन बॉक्स और वार्निंग के लिए स्पीकर लगाया गया है। इसमें नाइट विजन और एक थर्मल कैमरा लगाया गया है। यह 15 से 20 मीटर ऊपर से ही वह व्यक्ति का टेंपरेचर नाप सकता है। इसमें नाइट विजन कैमरा भी लगाया गया है।