डिस्ट्रीब्यूटरों का कहना है कि सभी लोगों का मिलाकर तकरीबन 100 करोड़ रुपए एचटीसी कंपनी पर बकाया है। जिसके बाद सभी व्यापारी अपना व्यापार छोड़ कर धरने पर बैठने को मजबूर हैं। एमपीएस टेलीकॉम लिमिटेड के दफ्तर के बाहर व्यपारियों ने जमकर प्रदर्शन कर एचटीसी मुर्दाबाद के नारे गाए। प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि उन्होंने अपनी जीवन भर की पूंजी लगा कर एचटीसी मोबाइल की डिस्ट्रीब्यूटरशिप ली थी, लेकिन भारत मे कंपनी बन्द होने के बाद अब वह खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
वहीं देश भर के कोने-कोने से आये डिस्ट्रीब्यूटरों का कहना है कि एचटीसी कंपनी का पूरे भारत मे एमपीएस टेलीकॉम लिमिटेड कंपनी डिस्ट्रीब्यूटर थी। जिससे उन सभी ने अलग अलग डिस्ट्रीब्यूटरशिप ली थी। कंपनी की पॉलिसी थी कि वारण्टी में जो भी मोबाइल रिप्लेस होंगे उन्हें कंपनी बदल कर देगी लेकिन जब कंपनी से उन लोगों ने रिप्लेसमेंट के लिए बोला तो कंपनी के अधिकारियों ने आज कल का कह टाल दिया।
इस तरह महीनों गुजर गए और अब अचानक बिना उन्हें कोई नोटिस दिए एचटीसी कंपनी ने भारत में अपना व्यापार बंद कर दिया है। जिसकी वजह से उन सभी पर करोड़ों रुपये का स्टॉक जमा हो गया है। यदि सभी का स्टॉक मिला कर बात की जाए तो तकरीबन 100 करोड़ रुपये बैठेगा। अब कंपनी का कोई भी अधिकारी उनसे बात करने को तैयार नहीं है।
डिस्ट्रीब्यूटर विकास गर्ग ने बताया कि इस बारे में जब एमपीएस टेलीकॉम के मालिक अशोक गुप्ता से बात करने की कोशिश कि गई तो उन्होंने भी बात करने से मना कर दिया। उन्होंने आोप लगाते हुए कहा कि अशोक गुप्ता ने चालाकी से एमपीएस टेलीकॉम का नाम बदल कर ऑप्टिमस रख लिया है और उनका कहना है कि इससे उनका कुछ लेना देना नहीं है।
प्रदर्शन कर रहे सैकडों डिस्ट्रीब्यूटरों का कहना है कि उन्होंने इसकी लिखित शिकायत नोएडा एसएसपी के दफ्तर में दी है। यदि जल्द ही कोई कार्रवाई नहीं होती है तो वो सभी सोमवार से कंपनी के दफ्तर के बाहर आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे।