बता दें कि शुक्रवार को सेक्टर 125 स्थित एमिटी यूनिवर्सिटी परिसर में चौथी मॉक पार्लियामेंट के समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए। इस अवसर पर बोलते हुए फारूक अब्दुल्ला ने देश की संसद के अपने पुराने दिनों को याद करते हुए वर्तमान संसद के हालत पर जमकर तंज कसे। उन्होंने कहा कि वर्तमान संसद में कोई काम नहीं किया जाता है। संसद में शोर करने से मसले हल नहीं होंगे। मसलों का हल सिर्फ बातचीत से ही किया जा सकता है, लेकिन ये आज इतना आसान नहीं रह गया है। उन्होंने देश के हालत पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आज देश की हालत को देख कर इंसान घबरा रहा है। हर चुनाव हमें तोड़ रहा है। इसलिए अब हमें सोचना होगा कि कैसे देश को बिखरने से बचाएं।
श्रीश्री रविशंकर के बयान पर मुस्लिम संगठनों में उबाल, शिकायत दर्ज कराने कोतवाली पहुंचे एआईएमआईएम पदाधिकारी इस मौके पर उन्होंने कहा कि मेरे माथे पर तिलक देखकर मेरी रियासत में मुझे हिंदू बताया जाएगा। जबकि पूर्व सीएम होने के नाते मेरा फर्ज है कि मैं मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारे को एक नजर से देखूं। मुझसे कहा जाता है कि तुम भजन गाते हो। मैं उन लोगों से पूछना चाहता हूं कि क्या हिन्दू
अजमेर शरीफ नहीं जाता। वहां जाने से क्या वह मुसलमान बन जाता है। सब धर्म अच्छी शिक्षा देते हैं। इस दौरान उन्होंने मॉक पार्लियामेंट में हिस्सा लेने वाले स्टूडेंट की सराहना की और श्रेष्ठ स्टूडेंट्स को पुरस्कृत भी किया।