अपनी मांगों को लेकर दो सितंबर से यहां सफाई कर्मी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। सफाई कर्मी संघ के महामंत्री सत्यवीर मखाना ने मंगलवार को यह ऐलान कर दिया कि 30 सितंबर तक उनका धरना प्रदर्शन जारी रहेगा अगर 2 अक्टूबर तक भी मांगे नहीं मानी जाती तो धरने पर बैठे 500 से अधिक सफाई कर्मचारी अपने परिवार के सदस्यों के साथ इस्लाम धर्म कबूल कर लेंगे।
सफाई कर्मियों की इस धमकी के बाद यह मामला सुर्खियों में आ गया है। दरअसल नोएडा में सफाई कर्मियों का आरोप है कि अथॉरिटी के अधिकारी उनका उत्पीड़न कर रहे हैं। लगातार उन्हें आश्वासन के अलावा कुछ भी नहीं मिल रहा और उनकी नौकरी भी स्थाई नहीं है। अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस कि नोएडा शाखा के अध्यक्ष बबलू ने भी इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा है कि प्राधिकरण को करीब 500 सफाई कर्मचारी गत 30 वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं बावजूद इसके उनकी मांगों को लेकर प्राधिकरण कतई गंभीर नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाल्मीकि समाज का सम्मान करते हैं लेकिन नोएडा अथॉरिटी में उनका उत्पीड़न हो रहा है। चेतावनी भरे शब्दों में उन्होंने कहा कि अब यह उत्पीड़न बर्दाश्त के बाहर हो गया है और अगर अब भी उनकी मांगे नहीं मानी जाती तो वह इस्लाम धर्म कबूल करने के लिए मजबूर होंगे।