दरअसल, गैंग की कमान संभालने को लेकर गौतमबुद्धनगर के कुख्यात अनिल दुजाना और मुजफ्फरनगर के कुख्यात संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा के नाम के कयास लगाए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि इसके पीछे का कारण यह है कि अनिल दुजाना और संजीव उर्फ जीवा मुन्ना बजंरगी के खास लोगों में से हैं और सबसे बड़े विश्वास पात्र भी थे। साथ ही कहा जाता है कि बजरंगी के रहते हुए दोनों में काफी अच्छी तालमेल थी। हालांकि जानकारों का मानना है कि गैंग की बागडौर को लेकर दोनों की अपने नाम आगे कर सकते हैं।
गौरतलब है कि मंगलवार को माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या के आरोप में सुनील राठी पर मामला दर्ज कर लिया गया है। जिसके बाद राठी को 14 दिन के न्यायिक रिमांड पर पुलिस को को दे दिया है। इसके साथ ही उस पर अवैध हथियार रखने का एक और केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने जेल से ही हत्या में शामिल पिस्टल, 10 खोखे, दो मैग्जीन और 22 जिंदा कारतूस बरामद किए गए थे। जिसके चलते अब यह पता लगाया जा रहा है कि आखिर जेल में अवैध हथियार पहुंचा कैसे। वहीं मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने सीओ खेखड़ा को एक तहरीर दी है। जिसमें भाजपा विधायक, पूर्व सांसद समेत 5 लोगों पर हत्या करने का आरोप लगाया गया है।