यहां पर कार्यक्रम के दौरान संबोधित करते हुए सीएम स्टालिन ने कहा, पहले बुजुर्ग नवविवाहित जोड़ों को 16 तरह की संपत्ति प्राप्त करने का आशीर्वाद देते थे। शायद अब समय आ गया है कि 16 तरह की संपत्ति के बजाय 16 बच्चे पैदा किए जाएं। यानि आगे कहा, “जब बड़े-बुजुर्ग कहते थे कि तुम 16 संतानें प्राप्त करो और समृद्ध जीवन जियो, तो इसका मतलब 16 संतानें नहीं बल्कि 16 प्रकार की संपत्ति थी। जिसका उल्लेख लेखक विश्वनाथन ने अपनी पुस्तक में गाय, घर, पत्नी, संतान, शिक्षा, जिज्ञासा, ज्ञान, अनुशासन, भूमि, जल, आयु, वाहन, सोना, संपत्ति, फसल और प्रशंसा के रूप में किया है, लेकिन अब कोई भी आपको 16 प्रकार की संपत्ति प्राप्त करने का आशीर्वाद नहीं दे रहा है, बल्कि केवल पर्याप्त संतान होने और समृद्ध जीवन जीने का आशीर्वाद दे रहा है।
सीएम ने कहा कि शायद अब समय आ गया है कि नवविवाहित जोड़े 16 तरह की संपत्ति के बजाय 16 बच्चे पैदा करें। उन्होंने तमिलनाडु में जनसंख्या वृद्धि की बात करते हुए कहा, “हमारी आबादी कम हो रही है जिसका असर हमारी लोकसभा सीटों पर भी पड़ेगा, इसलिए क्यों ना हम 16-16 बच्चे पैदा करें।