केवल दस पार्षद ही फोटो में
नगर निगम में इस समय भाजपा के पास 34 भाजपा पार्षदों का दल हैं। इनमें से केवल आठ-दस पार्षद और महापौर विक्रम अहके सीएम डॉ.मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ मिलते दिख रहे हैं। जबकि बहुत से पार्षद छिंदवाड़ा में ही दिखाई दिए। उनका कहना था कि उन्हें भोपाल जाने की सूचना नहीं दी गई। कुछ चहेते पार्षदों को ही बुलाया गया।कमलनाथ के गृह जिले में कांग्रेस फिर पुनर्जीवित
संगठन के नेताओं की नाराजगी यह दिखी कि लोकसभा चुनाव में उन्होंने स्थानीय गुटों में समन्वय बैठाया और मेहनत कर भाजपा का सांसद निर्वाचित कराया। फिर निगम अध्यक्ष के अविश्वास प्रस्ताव जैसे छोटी वोटिंग में उनके संगठन के पार्षद निजी स्वार्थ के चलते आपस में बिखर गए। कमलनाथ के गृह जिले में कांग्रेस पुनर्जीवित होती दिखी।कुछ महिला पार्षदों ने खा ली थी पति की कसम
बताते हैं कि जिस दिन अविश्वास प्रस्ताव गिरा था, उस समय कुछ भाजपा पार्षदों को भाजपा कार्यालय में संगठन मंत्री सबनानी के सामने बुलाया गया था। इस दौरान भी एक-दूसरे की शिकवा शिकायतें हुई थीं। तब कुछ महिला पार्षदों ने पति समेत अपने परिवार की कसम खा ली थी कि उन्होंने भाजपा के पक्ष में ही वोट किया है। इस दौरान भी काफी गरमागरमी हुई थी। ये सभी रिपोर्ट सबनानी भोपाल ले गए थे।मैं भोपाल नहीं गया। छिंदवाड़ा में सदस्यता अभियान देखता रहा। अविश्वास प्रस्ताव के मामले में संगठन से जितने दिशा-निर्देश आएंगे, उनका पालन कराया जाएगा।
-शेषराव यादव, जिलाध्यक्ष भाजपा