मालूम हो कि जिले के सतवास थाने में मुकेश (35) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। वह ग्राम मालगांव का निवासी था। परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसकी मौत पुलिस प्रताड़ना और मारपीट की वजह से हुई है। मृतक के परिजनों ने मांग की है कि उन्हें सीसीटीवी फुटेज दिखाया जाए उसके बाद शव का परीक्षण कराएंगे। इधर राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के नियमानुसार मामले में न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा मर्ग जांच संपादित की जा रही है। शव का परीक्षण डॉक्टरों के पैनल द्वारा करवाया जा रहा है। केस में निष्पक्ष तरीके से जांच की जा रही है। इस जांच के आधार पर आगे की वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
थाने में पुलिस हिरासत में दलित युवक की मौत के मामले में कांग्रेस ने राज्य सरकार और पुलिस व्यवस्था पर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि मप्र में रक्षक ही भक्षक बन गए हैं, पुलिस अभिरक्षा में दलित युवक की मौत। मामले में परिजनों का आरोप है कि पुलिस की प्रताड़ना से उसकी मौत हुई। परिजन सतवास थाने के सामने धरने पर बैठे हैं, उनकी मांग है कि उन्हें सीसीटीवी फुटेज दिखाएं उसके बाद ही शव परीक्षण कराएंगे। मेरी डीजीपी महोदय से मांग है कि सतवास थाना इंचार्ज समेत अन्य पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित कर इस मामले की निष्पक्षता से जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करवाएं।