इसरो ने कहा है कि, उसने अग्निबाण उपकक्षीय मिशन के लिए उपयुक्त प्रक्षेपण स्थल के चयन में सहायता की। इसके बाद लांच पैड के निर्माण और नियंत्रण केंद्र की स्थापना में भी मदद की। जब मिशन लांच हुआ तो निर्बाध डाटा उपलब्ध कराने के लिए इसरो नियंत्रण केंद्र ने एक मजबूत नेटवर्क प्रदान किया। मिशन ऑपरेशन को सुरक्षित और कुशलतापूर्वक संचालित करने के लिए व्यापक योजनाएं तैयार की। दरअसल, अग्निबाण मिशन लांच करने से पहले कई बार स्थगित हुआ। हर बार मिशन के लिए इसरो ने लांच क्लियरेंस और नोटाम हासिल किया। मिशन के दौरान ट्रैकिंग, टाइमिंग, रीयल टाइम डाटा प्रोसेसिंग और मास्टर कंट्रोल ऑपरेशन भी इसरो ने किया। श्रीहरिकोटा ने हवाओं की गति और प्रक्षेपण मानदंडों के साथ वायुमंडलीय आंकड़ों की आपूर्ति की।
इसरो के विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) ने सेमी क्रायोजेनिक इंजन के 15 सेकेंड के हॉट टेस्ट की सुविधा प्रदान की। इसके अलावा प्रक्षेपण यान के ध्वनिक परीक्षण में भी सीएसआइआर के एनएएल की अत्याधुनिक सुविधा मुहैया कराई। इसके अलावा फ्लाइट टर्मिनेशन प्रणाली, ट्रैकिंग ट्रांसपोंडर, पायरो प्रणाली में भी इसरो का हाथ रहा। इसरो ने कहा है कि, स्टार्ट अप के लिए ऐसे व्यापक समर्थन उसके सहयोगी रुख का संकेत है।