इन जोडि़यों ने बनाई अपनी पहचान
वरिष्ठ नागरिक ओमप्रकाश खत्री ने जनक की भूमिका निभाई हैँ तो उनके पोते आर्यन खत्री गणेश महाराज, अंगद का बाल रूप और मकर ध्वज किरदार निभा रहा हैँ। दादा ओमप्रकाश बताते है कि उनका पोता रामलीला देखने साथ आता तो उसकी भी इच्छा हुई कि वह किरदार निभाएंगा। फिर कुछ रिहर्सल के बाद वह धारा प्रवाह अभिनय करने लगा हैँ। दिव्य रामलीला में हनुमान की भूमिका निभाने वाले संजय बतरा पिछले तीन साल से लगातार अपना प्रभावी किरदार से खूब तालियां बटोर चुके है। इनका बेटा ध्रुव बतरा काला देव और अयोध्या व लंका दरबारी के रूप में अपना किरदार निभा रहा है। इस दिव्य रामलीला में पति-पत्नी में बीएस चौहान और महिला कलाकार वीना चौहान की जोड़ी पिछले आठ साल से मंच पर अपने अलग अलग किरदार निभा रही हैं। घुटनों के ऑपरेशन करवाने के बावजूद वीना चौहान तो कैकई सहित छह महिला किरदारों में अपना प्रभापूर्ण अभिनय कर रही है।
पच्चीस साल निभाई राम की भूमिका
दिव्य रामलीला के मंचन के दौरान पर्दे के पीछे कलाकारों के संवाद को संवारने में अपनी भूमिका निभाने वाले 70 वर्षीय दीवान बत्तरा सक्रिय हैँ। देर रात तक स्टेज पर आने वाले कलाकारों के अभिभावक के रूप में कोचिंग करते हैं। बत्तरा पिछले 25 साल लगातार राम की भूमिका निभा चुके हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 1972 से अब तक स्टेज से दूर नहीं रहा हूं। मर्यादा पुरुषोत्तम राम के चरित्र को अपनाने से सारे दुखों का हरण होता है। राम की कृपा ऐसी रही कि अब तक फिट एंड फाइन हूं। हाइर्टक रामलीला के मंचन में पति काली डोला और उनकी पत्नी बिन्दू डोडा राम और रावण खेमे में अलग अलग भूमिका निभा रहे है। काली डोडा रावण के भाई कुंभकरण की भूमिका में है तो बिन्दू डोडा राम की मां कौशल्या की भूमिका का किरदार कर रही है। इसी रामलीला में सबसे प्रभावी किदार मेघनाथ की भूमिका में आशीष अरोड़ा और उनकी पत्नी रीटा अरोड़ा सुलोचना का किरदार निभा रही है। इस जो़ँड़ी के अभिनय को खूब सरहाया जा रहा है।