मामले को लेकर मायादेवी गुप्ता का कहना है कि मौजूदा समय में वो आस्था ग्राम ट्रस्ट में निशुल्क सेवाएं दे रही हैं। मायादेवी यहां रहने वाले बच्चों को पढ़ाती भी हैं। यहां बच्चों के साथ जन्मदिन मनाने के लिए कई समाजसेवी आए दिन आते रहते हैं। पिछले दिनों ऐसे ही एक जन्मदिन के दौरान बच्चों समेत स्टाफ को टॉफी बांटी गई थी।
यह भी पढ़ें- Ladli Behna Yojana : लाडली बहना के बाद लाडला भाई योजना, पढ़ें पूरा मामला स्कूल प्रिंसिपल के मुंह में आए नकली दांत
प्रिंसिपल मायादेवी गुप्ता ने बताया कि बच्चों के साथ साथ उन्हें भी नामी कंपनी की कॉफी फ्लेवर टॉफी मिली। घर आकर जब उन्होंने वो टॉफी खाई तो चबाते समय टॉफी उन्होंने जरूरत से ज्यादा कड़क मेहसूस हुई। पहले लगा टॉफी का क्रंची हिस्सा होगा, लेकिन जब उस चीज पर दोबारा जोर लगाया तो अपने ही दांत हिल गए। मुंह से निकालकर देखा तो चॉकलेट मटेरियल के साथ चार नकली दांत का सेट निकला। इसमे दो दांतों में गेप थी जिसकी बनावट हुबहू इंसानो को लगाने के लिए इस्तेमाल होने वाली केप जैसी थी, यह देख घबरा गई।
शिक्षिका ने संभालकर रखे दांत
उन्होंने बताया, घटना के बाद मेरे टॉफी खाने के शौक को झटका सा लगा। ये मानव दांत टॉफी के अंदर कैसे आए, फिलहाल ये जांच का विषय है। शिक्षिका ने टॉफी के अंदर निकले दांतों को संभालकर रखा है। यह भी पढ़ें- कार के फ्रंट विंडशील्ड पर FASTag न चिपकाने पर चुकाना होगा दोगुना Toll Tax, ब्लैक लिस्ट होगी गाड़ी गंभीर लापरवाही
शिक्षिका ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि ये सेहत से जुड़ा मामला है। नामी कंपनियों की टॉफी में इस तरह की लापरवाही गंभीर है। ऐसी कंपनी के सभी प्रोडक्ट्स की जांच होनी चाहिए। प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए। दांत के अलावा कोई और शरीर को नुकसान पहुंचाने वाली चीज भी हो सकती थी, जिसे चबाने पर शायद उसका एहसास न होता और वह शरीर में चली जाती।