scriptसरकारी विद्यालयों में बिना गुरु कैसे संवरेगा विद्यार्थियों का भविष्य | Patrika News
समाचार

सरकारी विद्यालयों में बिना गुरु कैसे संवरेगा विद्यार्थियों का भविष्य

राज्य सरकार एक तरफ विद्यार्थियों के भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए शिक्षा क्षेत्र में व्यापक स्तर पर सुधार के दावे कर रही है, वही धरातल पर सूरतगढ़ ब्लॉक के सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों के पद लम्बे समय से रिक्त पड़े हैं। ऐसे में विद्यार्थियों का भविष्य कैसे संवरेगा। इसको लेकर अभिभावकों की चिंता बढ़ती जा रही है।

श्री गंगानगरAug 04, 2024 / 08:49 pm

Jitender ojha

राज्य सरकार एक तरफ विद्यार्थियों के भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए शिक्षा क्षेत्र में व्यापक स्तर पर सुधार के दावे कर रही है, वही धरातल पर सूरतगढ़ ब्लॉक के सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों के पद लम्बे समय से रिक्त पड़े हैं। ऐसे में विद्यार्थियों का भविष्य कैसे संवरेगा। इसको लेकर अभिभावकों की चिंता बढ़ती जा रही है।
यहां सबसे खात बात यह है कि सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों के पद रिक्त होने पर कई विद्यालयों में एक ही कमरे की छत के नीचे कई कक्षाएं एक साथ मजबूरन लगाई जा रही है। वही, सरकारी विद्यालयों में सफाई के लिए चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तक नहीं है। सूरतगढ़ ब्लॉक में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के 115 पद स्वीकृत है, इसमें से मात्र 8 कर्मचारी ही कार्यरत है। ऐसे में सरकारी विद्यालयों में सफाई कार्य अनुबंध पर कर्मियों से करवाना पड़ रहा है।
सूरतगढ़ ब्लॉक में 295 सरकारी विद्यालय है। इसमें 134 राजकीय प्राथमिक विद्यालय, 84 राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय व 77 राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय शामिल है। विद्यालयों में प्राथमिक स्तर से लेकर उच्च प्राथमिक स्तर के शिक्षकों की कमी लम्बे समय से चल रही है। सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की कमी की वजह से अन्य शिक्षकों पर विद्यार्थियों को पढ़ाने की जिम्मेदारी भी बढ़ जाती है। इस वजह से एक कमरे के नीचे ही दो कक्षाओं को पढ़ाया जा रहा है। शिक्षा विभाग के आंकड़ों पर नजर डाले तो सूरतगढ़ ब्लॉक में प्रधानाचार्य के 75 पद स्वीकृत है, इसमें 37 पदों पर शिक्षक कार्यरत है, जबकि शिक्षकों के 38 पद रिक्त पड़े हैं। इसी तरह से उपप्राचार्य के 57 पद में से 20 पर कार्यरत व 37 रिक्त, प्राध्यापक के 222 पद में से 191 पर कार्यरत व 31 रिक्त, वरिष्ठ अध्यापक के 444 पद में से 360 कार्यरत व 84 रिक्त, अध्यापक एल टू के 489 पद में से 445 पर कार्यरत व 44 पद रिक्त, अध्यापक एल वन के 672 पद में से 640 पद पर कार्यरत व 32 पद रिक्त,शारीरिक शिक्षक के 109 पद में से 98 पर कार्यरत व 11 पद रिक्त पड़े हैं। इसी तरह विद्यालयों में लाइब्रेरियन के 17 पद में से 16 पर शिक्षक कार्यरत व 1 पद रिक्त, अतिरक्त प्रशासनिक अधिकारी के 32 पद में से 14 कार्यरत व 18 पर रिक्त,वरिष्ठ लिपिक के 24 पद में से 16 पर कार्यरत व 8 पद रिक्त,कनिष्ठ लिपिक के 15 पद में से 11 पर कार्यरत व 4 पद रिक्त है। इसी तरह चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के 115 पद स्वीकृत है। इसमें 8 पद पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कार्यरत है, जबकि 107 पद रिक्त पड़े हैं।
यह भी पढ़े…

निरीक्षण में पुलिस का साथ लेने पर नाराजगी, हनुमानगढ़ में दवा के बढ़ते नशे से साख पर सवाल

राठी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों के पद पद रिक्त

राठी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों के पद रिक्त होने से विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विद्यालय में करीब 47 में से 30 पद भरे हुए हैं, जबकि 17 पद रिक्त पड़े हैं। विद्यालय में उप प्राचार्य का एक, प्राधापक के 19 पद में से 16 पर कार्यरत व 3 पद रिक्त,वरिष्ठ अध्यापक के 6 पद में से 3 कार्यरत व 3 पद रिक्त,अध्यापक लेवल-2 के 3 पद में से 1 कार्यरत व 2 पर रिक्त, वरिष्ठ प्रयोगशाला सहायक के 2 पद में से 1 कार्यरत व 1 पद रिक्त,सैकिण्ड ग्रेड लाइब्रेरियन 1 पद रिक्त, लैब ब्वाय के 2 पद में से 1 कार्यरत व 1 रिक्त, चतुर्थ श्रेणी कर्मी के 3 पद में से 3 रिक्त,सहायक प्रशासनिक अधिकारी का एक,बेसिक कम्प्यूटर अनुदेशक का एक पद रिक्त पड़ा है। प्राचार्य पुष्कर खत्री ने बताया कि रिक्त पदों के बारे में विभाग के उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है।
यह भी पढ़े…

प्रधानमंत्री ने कहा-सड़कों पर निकलने वाले छात्र नहीं,आतंकवादी,गुस्सा उबला, संघर्ष में 72 मरे

पदोन्नति व नई भर्तियों से होगा समस्या का समाधान

सीबीईओ नरेश रिणवंा ने बताया कि ब्लॉक में शिक्षकों की कमी चल रही है। वही, शिक्षा विभाग में शिक्षकों के पदोन्नति होने जा रही है। इसके अलावा शिक्षकों की नई भर्तियां भी होगी। इससे शिक्षकों के रिक्त पदों को भरा जाएगा।

Hindi News / News Bulletin / सरकारी विद्यालयों में बिना गुरु कैसे संवरेगा विद्यार्थियों का भविष्य

ट्रेंडिंग वीडियो