गौरतलब है कि शिवगंज शहर को पश्चिमी राजस्थान की प्रमुख कपडा मंडी के रूप में पहचाना जाता रहा है। सुदूर प्रदेशों में इस शहर को लोग मिनी मुंबई के नाम से पहचानते हैं, लेकिन विगत सालों में शहर के बाजारों में बढते अतिक्रमण के चलते ग्राहकों को आवागमन में समस्या और निवेशकों को प्रशासनिक स्तर पर होने वाली दुविधाओं की वजह से यहां का व्यापार निरंतर पिछडता जा रहा है।
इस शहर की पहचान को बनाए रखने के लिए अब कई सालों के बाद प्रशासनिक पहल प्रारंभ की गई है। उपखंड अधिकारी नीरज मिश्र की पहल पर प्रशासन ने शहर की खुबसूरती फिर से लाने के लिए प्रयास प्रारंभ किए है। इसके प्रथम चरण में गुरुवार को प्रशासन एवं व्यापारिक व सामाजिक संगठनों के बीच बैठक का आयोजन कर व्यापारियों से सुझाव आमंत्रित किए। बैठक में एसडीएम ने कहा कि शहर की व्यापारिक छवि को पुन: निखारने के लिए प्रशासन व्यापारियों के साथ है। व्यापारी भी प्रशासन को अपना पूरा सहयोग प्रदान करें। उन्होंने यहां आकर निवेश करने वाले कारोबारियों को भी आमंत्रित करते हुए कहा कि प्रशासनिक स्तर पर उन्हें पूरा सहयोग प्रदान किया जाएगा।
पहले चरण में हटेंगे अतिक्रमण
बैठक के दौरान शहर के बाजारों में बढते अतिक्रमण और यातायात व्यवस्था पर खुलकर चर्चा हई। इस दौरान सभी ने अपने सुझाव प्रशासन के समक्ष रखें। बैठक में पहले चरण में बाजार में अवैध अतिक्रमणों को हटाने का निर्णय लिया। इसके लिए व्यापारियों ने भी सहमति व्यक्त की। इस दौरान उपखंड अधिकारी ने व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों से आग्रह किया कि वे अपने संगठन के माध्यम से सभी व्यापारियों को सूचित करें कि वे अपने अतिक्रमण स्वयं ही हटा लें, अन्यथा प्रशासन को कार्रवाई करनी होगी। इसके लिए शुक्रवार से ही अभियान प्रारंभ कर दिया जाएगा और यह लगातार जारी रहेगा। शुक्रवार से शहर के बाजारों में अतिक्रमण सर्वे के साथ साथ लाइनिंग का कार्य किया जाएगा। एसडीएम ने बताया कि दुपहिया वाहनों की पार्किग की समस्या का हल भी निकाला जाएगा।
बाजारों में चलेंगे ई-रिक्शा
बैठक के दौरान प्रशासन को यह जानकारी में लाया गया कि यहां खरीदी करने आने वाले ग्राहकों के लिए आवागमन की कोई सुविधा नहीं है। बाजार से खरीदी करने के बाद सामान खुद ही उठाकर ऑटो स्टैण्ड तक लाना पडता है। बीस साल पहले शहर के बाजार में ऑटो चला करते थे, लेकिन उनका बाजार में प्रवेश निषेध होने के बाद से परेशानी हो रही है। इसके लिए विकल्प के रूप में ई-रिक्शा संचालन का निर्णय लिया गया। ई-रिक्शा संचालन के लिए रूट तय कर कार्रवाई करने पर सहमति बनी।
पालड़ी जोड़ सर्विस रोड पर लगेंगे बोर्ड
बैठक के दौरान फोरलेन से शिवगंज की कनेक्टिविटी की समस्या पर भी चर्चा की गई। वर्तमान में फोरलेन से चार-पांच किलोमीटर दूर सर्विस रोड का उपयोग होने की वजह से भी व्यापार पर इसका प्रभाव पडने की समस्या पर चर्चा हुई। जिस पर एसडीएम ने बताया कि पालडी जोड सर्विस रोड शहर से मात्र दो किलोमीटर की दूरी पर है। यहां से वाहनों का आवागमन प्रारंभ करवाने के लिए एनएचएआई से बात कर साइन बोर्ड लगवाने के लिए नगर पालिका से भी आवश्यक बोर्ड लगाकर इस मार्ग को भी प्रारंभ करवाने का भरोसा दिलाया।
निवेशकों को दिलाया प्रशासनिक सहयोग का भरोसा
उपखंड अधिकारी ने कहा कि शिवगंज व्यापारिक शहर है। यहां व्यापार की प्रबल संभावनाएं है। वे निवेशकों को यहां आकर अपना व्यापार करने के लिए आमंत्रित करते है। निवेशकों को अपने व्यापार के लिए जो भी प्रशासनिक सहयोग की जरूरत है, उपलब्ध करवाया जाएगा।