धरतीपुत्रों को आर्थिक नुकसान: समर्थन मूल्य से कम कीमत पर मूंग बेचना किसानों की बनी मजबूरी
-धान मंडियों में मूंग की आवक शुरू, एक नवंबर से शुरू होगी सरकारी खरीद
- श्रीगंगानगर.इलाके की कृषि उपज मंडी समितियों में इन दिनों मूंग की अच्छी आवक हो रही है। नई धानमंडी श्रीगंगानगर में बुधवार को दस हजार क्विंटल मूंग की आवक हुई। अन्य मंडियों में भी मूंग की अच्छी आवक बनी हुई है। मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 8682 रुपए प्रति क्विंटल है जबकि बाजार में मूंग 6500 से 7225 रुपए प्रति क्विंटल बिक रहा है। इस कारण किसानों को 1457 से 2182 रुपए प्रति क्विंटल आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
- इधर,राजफैड मूंग की न्यूतनम समर्थन मूल्य पर खरीद 1 नवंबर से शुरू करेगा। एक माह के अंतराल में किसान अधिकांश मूंग बाजार में एमएसपी से कम मूल्य पर बेचान कर चुका होगा। पदमपुर तहसील क्षेत्र के गांव 78 एलएनपी के किसान प्रीतम सिंह का कहना है कि किसान को अब रबी फसल की बुवाई करनी है। इसके लिए खाद व बीज चाहिए। खरीफ की फसल की कटाई, चुगाई व कढ़ाई करवानी है। इसके लिए लिए नकद राशि चाहिए। अक्टूबर माह में त्योहार भी है। उनकी मूंग की फसल की गुणवत्ता बहुत ही अच्छी है। सरकारी खरीद के इंतजार में आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
…खरीद के नाम पर खानापूर्ति,सरकार लूट रही झूठी वाहवाही
- राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रदेश सचिव रामदेवी बावरी का आरोप है कि केंद्र व राज्य की भाजपा सरकार एक तरफ खूब वाहवाही लूट रही है,कि किसान की फसल की खरीद एमएसपी पर एक-एक दाना की जाएगी। जबकि सच्चाई यह है कि यह सब खानापूर्ति है। इलाके के किसानों को प्रति क्विंटल बहुत बड़ा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
श्रीगंगानगर खंड में मूंग फसल की बुवाई व उत्पादन
- श्रीगंगानगर में मूंग की फसल: 106961 हेक्टेयर
- श्रीगंगानगर में मूंग का उत्पादन: 86638 मीट्रिक टन
- अनूपगढ़ में मूंग की फसल: 75849हेक्टेयर
- अनूपगढ़ में मूंग का उत्पादन: 75849 मीट्रिक टन
- हनुमानगढ़ में मूंग की फसल: 95440 हेक्टेयर
- हनुमानगढ़ में मूंग का उत्पादन: 86850 मीट्रिक टन
मूंग का भाव और अंतर
- मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य-8682 रुपए प्रति क्विंटल
- मूंग का बाजार औसत भाव: 6500 से 7225 रुपए प्रति क्विंटल
- एमएसपी से तुलना करने पर किसान नुकसान-1457 से 2182 रुपए प्रति क्विंटल
मजबूरी में संघर्ष का रास्ता
- इस बार इलाके में मूंग की बंपर फसल है तथा मूंग किसान निकाल कर बाजार में बेच रहा है जबकि भाजपा सरकार एमएसपी पर मूंग की खरीद ही शुरू नहीं कर रही है। इस कारण किसानों को बहुत बड़ा नुकसान हो रहा है।
- रमन रंधावा, प्रदेश प्रतिनिधि, जय किसान आंदोलन
किसानों के साथ धोखा
- पिछली बार कॉटन की फसल गुलाबी सुंडी की वजह से तबाह हो गई। किसानों को एक रुपए तक मुआवजा नहीं मिला। इस बार केंद्र व भाजपा की सरकार एमएसपी के नाम पर झूठी वाहवाही लूट रही है जबकि एमएसपी पर मूंग की अभी तक खरीद तक शुरू नहीं कर रही है। यह किसानों के साथ बहुत बड़ा धोखा है।
- मनिंदर सिंह मान, किसान नेता
मूंग की आवक शुरू
- इस बार बंपर मूंग का उत्पादन है तथा बाजार में मूंग की आवक शुरू हो चुकी है। जयपुर में उच्च स्तरीय अधिकारियों को मूंग की एमएसपी पर खरीद 15 अक्टूबर से करने के लिए फीड बैक दूंगा।
- हरिसिंह, क्षेत्रीय प्रबंधक, राजस्थान राज्य सहकारी क्रय-विक्रय संघ मिमिटेड (राजफैड)।
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