चेन्नई के सरकारी अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों में इसके लिए अलग वार्ड बनाए जाएंगे। सरकारी स्टेनली मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल के डीन पी. बालाजी ने कहा गर्मी और लू की वजह से लोगों में उल्टी दस्त जैसी समस्याएं बढ़ गई हैं। ऐसे मरीजों के लिए अलग से तैयार वार्ड और आपातकालीन वार्ड में इलाज किया जा रहा है। अस्पताल में पूरे इंतजाम हैं। किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए 10 बिस्तर निर्धारित किए हैं।
राजीव गांधी सरकारी सामान्य अस्पताल (आरजीजीजीएच) के डीन ई. थेरानिराजन ने कहा लगातार जारी भीषण गर्मी व लू (हीटवेव) के कारण लगातार अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। डॉक्टर उनका इलाज करने के साथ ही बचाव के सुझाव भी दे रहे हैं। रोगियों के लिए गहन देखभाल इकाई, टॉवर ब्लॉक 1 में पांच बिस्तर तैयार रखे हैं। मेडिसिन विभाग के तहत एक टीम मौजूद है और इसमें डॉक्टरों के विशेषज्ञों की टीम शामिल हैं। उन्होंने बताया कम से कम 15,000 आउट पेशेंट अपने रिश्तेदारों के साथ आउट पेशेंट वार्ड में आते हैं। गर्मी से संबंधित बीमारियों से बचाव के बारे में उन्हें शिक्षित करने के लिए अस्पताल ने हीटस्ट्रोक, हीट क्रैंप्स और थकावट के लक्षणों और क्या करें क्या न करें के बारे में तीन टावर ब्लॉकों पर चार्ट लगाए हैं।
सरकारी रायपेट्टा अस्पताल के निदेशक और चिकित्सा अधीक्षक नेल्लैअप्पार ने कहा गर्मी बढऩे के साथ ही लोग वायरल फीवर का शिकार होने लगे हैं। उन्होंने अस्पताल में 10 बिस्तर आवंटित किए हैं और आउट पेशेंट वार्ड में ओआरएस उपलब्ध कराया है। हेड नर्स, चिकित्सा अधिकारी और अन्य कर्मचारी मरीजों के बीच जागरूकता पैदा की जा रही हैं। सरकारी स्टेनली मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल के एसोसिएट प्रोफेसर भवानी ने कहा बढ़ते तापमान और धूप के कारण लोग मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। अस्पताल में उल्टी-दस्त, मांसपेशियों में ऐंठन, थकान, चक्कर तथा बुखार से पीडि़त मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। हीटवेव के कारण पेट दर्द, दस्त, खांसी, बुखार, सिरदर्द जैसी बीमारी से लोग अधिक ग्रसित हो रहे हैं। एगसग मरीजों को तुरंत चिकित्सक सलाह लेनी चाहिए।
चिकित्सक ने बताया कि गर्मी के मौसम में तैलीय व मसालेदार भोज्य पदार्थ नहीं खाने चाहिए। खाना भी है तो सावधानी पूर्वक। उन्होंने ताजे फलों का सेवन करने, अधिक मात्रा में पानी पीने, रसीले फल खाने को कहा है। उन्होंने लोगों को 12 बजे के बाद खुली धूप में बाहर नहीं निकलने की सलाह दी।