कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने यह बातें दिल्ली के रामलीला मैदान में संविधान बचाने की महारैली में कही। खरगे ने कहा कि हम सबको मिलकर संविधान बचाने, वक्फ बोर्ड बचाने, जाति जनगणना कराने और आरक्षण की सीमा बढ़ाकर 50 फीसदी से ज्यादा करने के लिए मिलकर लडऩा होगा। जब तक हमारे पास पॉलिटिकल पावर नहीं होगी, तब तक हम इनमें से कोई काम नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि लाल किला, कुतुब मीनार, ताजमहल, चार मीनार को मुसलमानों ने बनाया है तो उसको भी तोड़ो।
भाजपा को भागवत का हर मस्जिद के नीचे मंदिर ढूंढऩा बंद करने वाला बयान याद दिलाया
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि भाजपा नैतिकता की सिर्फ बातें करती है, लेकिन अनैतिक काम करती है। आज देश में हर जगह सर्वे वाले ये पता लगा रहे हैं कि कहां-कहां मस्जिद की जगह पहले मंदिर थे। लेकिन 2022 में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि ‘हमारा लक्ष्य राम मंदिर बनाने का था, हर मस्जिद के नीचे शिवालय ढूंढना गलत है।’ जब आरएसएस प्रमुख ने ही यह बात कही है तो फिर सर्वे के नाम पर खोद-खोदकर झगड़ा क्यों कराया जा रहा है। हम सभी तो एक हैं। नरेंद्र मोदी कहते हैं कि ‘एक हैं तो सेफ हैं’, लेकिन वह सेफ रहने ही नहीं दे रहे। सच्चाई ये है कि काटने और बांटने वाले भाजपा के लोग हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की लड़ाई भाजपा द्वारा फैलाई गई नफरत के खिलाफ है, जिसके लिए राजनीतिक शक्ति बेहद जरूरी है।
इवीएम के खिलाफ लड़ेंगे, जातीय जनगणना करवाएंगे
खरगे ने कहा कि ईवीएम की वजह से भाजपा वोट चुराती है। यहां तक कि एमएलए को भी चुरा कर भगा ले जाती है। हम ईवीएम के खिलाफ तो लड़ेंगे, जातीय जनगणना के खिलाफ आंदोलन का भी मुकाबला करेंगे। कई बार शिकायतें आती हैं कि चुनाव हो जाने के बाद भी ईवीएम में 99 प्रतिशत बैटरी बची रह गई, तो कभी एक घंटे में हजार वोट डाल दिए गए। जातीय जनगणना, संविधान बचाने का, लोकतंत्र बचाने का काम हम करेंगे। आरक्षण की 50 परसेंट की सीमा को खत्म करके हम ज्यादा उसका परसेंटेज बढ़ाएंगे, तभी हमारे ओबीसी के लोगों को हक मिलेगा, तभी हमारे दूसरे लोगों को हक मिलेगा।