गृहमंत्री अमित शाह के पर्यवेक्षक के तौर पर बैठक में जाने के मायने तलाशे जा रहे। वर्ष 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद यह दूसरा मौका होगा, जब गृहमंत्री अमित शाह खुद विधायक दल की बैठक में बतौर पर्यवेक्षक भाग लेने जायेंगे। सूत्रों का कहना है कि हरियाणा की राजनीति जटिलताओं से भरी है। पार्टी ने भले चुनाव के दौरान ही स्पष्ट कर। दिया था कि जीत के बाद भी नायब सिंह सैनी ही मुख्यमंत्री बनेंग, लेकिन राव इंद्रजीत सिंह और अनिल विज जैसे वरिष्ठ नेताओं के मुख्यमंत्री पद की दावेदारी से जुड़े बयानों के बाद शीर्ष नेतृत्व गंभीर है। ऐसे में गृहमंत्री अमित शाह खुद मौजूद रहकर विधायकों को पार्टी के फैसले के साथ मजबूती से खड़े रहने का संदेश देंगे।
उधर जम्मू कश्मीर में सोमवार को होने वाली विधायक दल की बैठक के लिए केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी और राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग को पार्टी ने पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी दी है। यहां नेता प्रतिपक्ष का चयन होना है।